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Rajgir Tourism: मात्र 2000 में आसानी से घूम सकते हैं राजगीर, ये जगहें हैं खास, ग्लास ब्रिज और जू सफारी देगा रोमांचक अनुभव


नालंदा. घूमने का पूरा मन है लेकिन पॉकेट में ज्यादा पैसे नहीं हैं तो चिंता करने की कोई बात नहीं है. अगर इस छुट्टी आप कहीं सोलो,फैमिली या फ्रेंड्स घूमने का प्लान बनाने जा रहे हैं और आपको अपने पॉकेट का भी जबरदस्त ध्यान रखना है तो फिर ये खबर आपके काम की है. महज 2000 में कैसे पॉसिबल है राजगीर ट्रिप,और क्या-क्या मिलेगा आइए यहां बताते हैं.

ट्रेन की सवारी
आप जहां से भी आ रहे हो. अगर राजगीर घूमने आ रहे हैं तो आपके लिए ट्रेन बेस्ट ऑप्शन है. यह आपके पॉकेट का विशेष ध्यान रखेगा. बिहार की राजधानी पटना पहुंचने के बाद आप पटना से राजगीर की ट्रेन ले सकते हैं. इस रूट पर कई ट्रेनें चलती है इसलिए ट्रेन में सीट को भी लेकर कोई समस्या नहीं आएगी. इस रूट पर चलने वाली लोकल ट्रेन का टिकट 30 रुपया तो वहीं एक्सप्रेस का 60 रुपया है.

राजगीर पहुंचने के बाद क्या करें 
राजगीर पहुंचने के बाद चूंकि आपको बजट फ्रेंडली रहना है तो ऐसे में नि:शुल्क अस्थाई विश्राम गृह में रह सकते हैं. यह 60 बेड की क्षमता वाला अस्थाई विश्राम गृह है. जहां आप मुफ्त में कुछ घंटे रह सकते हैं. थकान हो तो सो सकते हैं और दैनिक दिनचर्या की आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं. यहां आपके लिए भोजन का भी निःशुल्क इंतजाम किया गया है. यह आश्रय स्थल वैतरणी घाट स्थित सम्राट अशोक भवन में है और सरकार द्वारा संचालित है.

अब राजगीर की यात्रा पर चलते हैं
मान लिया आप फ्रेश होकर सुबह के 08 बजे से इस एडवेंचर्स का मजा लेने के लिए तैयार हो रहे हो तो सबसे पहले आप इस स्थान से निकलें. निकलते ही पांडु पोखर का दृश्य आपके सामने होगा जहां के बारे में मशहूर है कि पांडव यहां स्नान किया करते थे. आप चाहें तो यहां जा सकते हैं. यहां एंट्री के लिए20 रुपए का शुल्क देना पड़ता है. लेकिन हमसे पूछिए तो हम आपको पहले विश्व शांति स्तूप रिकमेंड करेंगे.

चुन सकते हैं पैदल या तांगा सवारी का विकल्प 
विश्व शांति स्तूप के रास्ते में शंखलिपि से लिखी भाषा और कृष्ण रथ के निशान आपको दिख जायेंगे. आप चाहें तो इस मार्ग के लिए पैदल या तांगा सवारी का विकल्प चुन सकते हैं. तांगा वाले प्रत्येक सवारी 40 रुपए लेते हैं विश्व शांति स्तूप के. शांति स्तूप पहुंचने के बाद विश्व को शांति देने वाले भगवान बुद्ध की स्टेच्यू और जापानी मंदिर का दीदार करने के आपके पास दो विकल्प है. पहला यह कि आप पैदल मार्ग चुन लें जो कि सीढ़ियों से आपको ऊपर तक ले जाएगा. लेकिन ध्यान रखें, परिवार के साथ हो तो पैदल से बेस्ट रोपवे है. जो महज कुछ मिनटों में आपको विश्व शांति स्तूप तक पहुंचा देगा. इसके लिए आपको 70 रुपए प्रत्येक व्यक्ति के खर्च करने पड़ेंगे.

 ये जगह है खास 
शांति स्तूप की सुंदरता और मधुरता से निकलने के बाद आप घोड़ा कटोरा झील जा सकते हैं. यहां भी भगवान बुद्ध की स्टेच्यू है. साथ ही नाव की सवारी,और बाक़ी एडवेंचर्स दृश्य यहां आपको दिखेंगे.

ग्लास ब्रिज घूमना है बेहद खास 
इसके बाद आप वापिस होते हुए ग्लास ब्रिज का दीदार कर सकते हैं. आमतौर पर नेचर सफारी की टिकट ऑनलाइन बुक होती है लेकिन यदि भीड़भाड़ ना हो तो आप काउंटर से भी टिकट खरीद सकते हैं. नेचर सफारी के लिए 150 रूपये वहीं जू के लिए 200 रुपए और ग्लास ब्रिज के लिए 150 रुपए की टिकट आपको लेनी पड़ेगी.

क्या सब है इस सफारी में
ये सफारी दो सफारियों को मिलाकर बनाए गए हैं. कुल 08 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैले इस सफारी में प्राकृतिक सौंदर्य, स्काई डाइविंग, सस्पेंशन ब्रिज, ग्लास ब्रिज समेत कई चीजें नेचर सफारी के नाम से जानी जाती है. वहीं वन्यजीवों का क्षेत्र जू सफारी के नाम से जाना जाता है.

आ गया मजा
उम्मीद है कि आप अपनी इस जर्नी में मजेदार और रोमांचित महसूस करेंगे. इसके बाद शाम ढल चुकी होगी. धार्मिक आस्थाओं के हिसाब से आप अपने अपने तीर्थ क्षेत्र का चुनाव कर सकते हैं. इसके बाद वापसी में आप फिर इसी स्थल पर जा सकते हैं जहां आप पहले रह चुके हैं.

अगले दिन की तैयारी
नालंदा चूंकि सम्पन्न और प्राचीन समृद्धियों से भरा शहर रहा है. ऐसे में एक दिन में आप इसे एक्सप्लोर नहीं कर पाएंगे. अगले दिन की शुरुआत आप नालंदा खंडहर यूनिवर्सिटी जाने से कर सकते हैं. यहां आपको 40 रुपए प्रत्येक व्यक्ति टिकट चार्ज देना होगा. वहीं पब्लिक ट्रांसपोर्ट या ट्रेन के जरिए 10 रुपए में पहुंच सकते हैं.

खंडहर के आसपास और भी देखने की जगह है
नालंदा की समृद्ध विरासत का दीदार करने के बाद आप पास में ही स्थित सूर्य मंदिर बड़गांव, महावीर तीर्थंकर की भूमि कुंडलपुर, पावापुरी, बिहारशरीफ हिरण्य पर्वत का दीदार कर सकते हैं.

अब जाने की बारी
उम्मीद है कि आपने समृद्ध नालंदा का प्राचीन इतिहास, वर्तमान का सौंदर्य और खूबसूरत दृश्य लगभग लगभग देख लिया होगा. अब भी कुछ चीजें बची हुई है जैसे कि राजगीर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, वेणुवन, वीरायतन, सोनभंडार. ऐसे में अगर आपके पास समय हो तो आप पुरानी क्रियाओं को दोहरा कर अपनी यात्रा आगे बढ़ा सकते हैं. वहीं, जाने के अलावा कोई विकल्प ना हो तो फिर वापसी की ट्रेन अपने सुविधा अनुसार डिसाइड कर सकते हैं.


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/travel-rajgir-trip-is-possible-in-just-rs-2000-you-will-get-complete-information-about-everything-from-adventure-to-religion-local18-9133700.html

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