ऋषिकेश: उत्तराखंड में स्थित ऋषिकेश एक पवित्र तीर्थ स्थल है, जिसे ‘योग की राजधानी’ के रूप में भी जाना जाता है. ये स्थान न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यटन के लिहाज से भी काफी आकर्षक है. हर साल यहां देश-विदेश से हजारों पर्यटक और श्रद्धालु आते हैं. ऋषिकेश में कई आश्रम, मंदिर और धर्मशालाएं हैं, जो लोगों को आध्यात्मिक शांति और मानसिक संतुलन देती हैं.
ऋषिकेश में गीता भवन एक ऐसा स्थान है, जो श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है. Bharat.one से बातचीत के दौरान गीता भवन के सदस्य गौरी शंकर मोहता ने बताया कि गीता भवन एक ऐसा आश्रम है, जहां साधारण लोग भी आराम से ठहर सकते हैं, वह भी बिना किसी आर्थिक चिंता के. यह भवन 1944 में स्थापित किया गया था और इसमें कुल 1000 कमरे उपलब्ध हैं. आश्रम में रहने की सुविधा फ्री में दी जाती है, साथ ही यहां मात्र 50 रुपये में पौष्टिक और स्वादिष्ट खाना भी मिलता है.
ये स्थान उन यात्रियों और श्रद्धालुओं के लिए आदर्श है, जो आध्यात्मिक शांति की खोज में हैं. गीता भवन में रुकने के दौरान लोग पास के धार्मिक स्थलों जैसे त्रिवेणी घाट, लक्ष्मण झूला और परमार्थ निकेतन का भी दौरा कर सकते हैं.
गीता भवन में सुविधाएं
गीता भवन में हर रोज सत्संग और धार्मिक प्रवचन आयोजित किए जाते हैं, जहां भाग लेकर लोग अपनी आध्यात्मिक यात्रा को एक नई दिशा दे सकते हैं. इसके अलावा, यहां के विशाल हॉल में योगाभ्यास और प्राचीन मंत्रों का जाप भी किया जाता है, जो मानसिक शांति को बढ़ाने में सहायक होता है.
गंगा आरती का आयोजन
गीता भवन परिसर में गंगा आरती का आयोजन भी किया जाता है, जिसकी दिव्य ध्वनि और भव्यता श्रद्धालुओं के मन को शांति और सुकून प्रदान करती है. गंगा की पवित्र धारा के किनारे आरती का दृश्य एक अविस्मरणीय अनुभव देता है.
आईडी कार्ड की जरूरत
यदि आप यहां ठहरना चाहते हैं, तो आपको सिर्फ अपना आईडी प्रूफ देना होगा. अकेले यात्रियों के लिए कॉमन हॉल की व्यवस्था की जाती है. परिवार के साथ आने वालों को कमरा प्रदान किया जाता है.
गीता भवन से संपर्क करने के लिए
फोन नंबर: 0135-2430122, 0135-2432792 पता: गीता भवन, गंगापार, पीओ- स्वर्गाश्रम, ऋषिकेश (249304)
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