भाद्रपद पूर्णिमा कब है?
दृक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद पूर्णिमा 7 सितंबर दिन रविवार को है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, 7 सितंबर को मध्य रात्रि में 1 बजकर 41 मिनट से भाद्रपद पूर्णिमा तिथि की शुरूआत होगी. यह तिथि 7 सितंबर को ही रात 11 बजकर 38 मिनट पर खत्म हो रही है.
भाद्रपद पूर्णिमा व्रत और स्नान
सुकर्मा योग में भाद्रपद पूर्णिमा
इस बार की भाद्रपद पूर्णिमा पर सुकर्मा योग बन रहा है. सुकर्मा योग प्रात:काल से लेकर सुबह 9 बजकर 23 मिनट तक है. उसके बाद से धृति योग होगा. सुकर्मा योग में आप शुभ काम कर सकते हैं. भाद्रपद पूर्णिमा पर शतभिषा नक्षत्र प्रात:काल से लेकर रात 9 बजकर 41 मिनट तक है, उसके बाद से पूर्व भाद्रपद नक्षत्र है.
भाद्रपद पूर्णिमा पर चंद्रोदय
भाद्रपद पूर्णिमा पर भद्रा का साया
इस बार भाद्रपद पूर्णिमा पर भद्रा का साया है. भद्रा सुबह 06:02 ए एम बजे से शुरू होगी, जो दोपह 12:43 पी एम तक रहेगी. इस भद्रा का वास धरती पर है. ऐसे में आप कोई भी शुभ काम भद्रा में न करें. यदि काम करेंगे तो उसमें बाधाएं आएंगी. उस दिन भद्रा के अलावा पूरे दिन पंचक भी रहेगा.
भाद्रपद पूर्णिमा का महत्व
2. इस दिन चंद्रमा की पूजा करने से कुंडली का चंद्र दोष दूर होता है.
4. भाद्रपद पूर्णिमा पर पितरों के लिए तर्पण, दान आदि करते हैं, इससे पितृ दोष मिटता है.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
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