आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में सबसे पौष्टिक भोजन खिचड़ी है. भारत में इसे अनौपचारिक रूप से राष्ट्रीय भोजन भी माना जाता है. कुछ साल पहले भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खिचड़ी को सबसे पौष्टिक आहार बताते हुए लोगों को इसका महत्व बताया था. वहीं अब हाल ही में अमेरिका में एक न्यूट्रीशन कॉन्फ्रेस में भारतीय दाल-चावल को सबसे पौष्टिक भोजन माना गया है. उनका कहना है कि जब दाल और चावल को एक साथ खाते हैं तो इससे शरीर को प्रोटीन, फाइबर, विटामिन ए, विटामिन डी विटामिन-बी1, विटामिन-सी, विटामिन- के, एंटीऑक्सीडेंट्स आदि ऐसे तत्व मिलते हैं जो किसी भी एक भोजन से नहीं मिलते हैं.

खिचड़ी को भारत का राष्ट्रीय भोजन भी कहते हैं.
और किसी में नहीं मिलता ये तत्व
आरएमएल अस्पताल नई दिल्ली की डायटीशियन शालिनी वर्मा बताती हैं कि खिचड़ी प्रोटीन का भंडार है. प्रोटीन हमारे शरीर को अमीनो एसिड्स से मिलती है. वैज्ञानिक रूप से कुछ अमीनो एसिड दाल में नहीं मिलते, जबकि कुछ अनाज जैसे चावल, गेहूं आदि में गायब होते हैं. लेकिन जब दाल और अनाज दोनों मिलते हैं तो प्रोटीन का संपूर्ण सोर्स बन जाते हैं. और अमीनो एसिड्स जैसे लाइसिन, लियूसिन, आर्गिनिन, ग्लूटामिक एसिड, एस्पार्टिक एसिड आदि पर्याप्त मात्रा में शरीर को मिलते हैं. लिहाजा खिचड़ी से 20-22 प्रकार के अमीनो एसिड्स शरीर को मिल जाते हैं, जो कि शरीर में प्रोटीन की सभी जरूरतों को पूरा करते हैं. वैज्ञानिक रूप से प्रोटीन का ऐसा कंप्लीट पैकेज और किसी भी खाद्य पदार्थ से नहीं मिलता.
दाल-चावल में होते हैं ये तत्व
खिचड़ी यानि दाल और चावल मिलकर मिनरल्स, विटामिन्स कार्बोहाइड्रेट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स भी शरीर को देते हैं. चूंकि खिचड़ी में भारत में मूंग की छिलका वाली दाल और चावल मिलाया जाता है तो छिलके की वजह से फाइबर भी शरीर को मिलता है. इतना ही नहीं देश के कुछ हिस्सों में खिचड़ी में कुछ सब्जियां जैसे टमाटर, बीन्स, फूलगोभी, गाजर, शिमला मिर्च और मटर भी मिलाई जाती हैं, जो खिचड़ी के न्यू्ट्रीशन और स्वाद को और भी ज्यादा बढ़ा देती हैं.
इन बीमारियों को खत्म करती है खिचड़ी
अमेरिकी न्यूट्रीशन कॉन्फ्रेंस के अलावा डायटीशियन शालिनी कहती हैं कि दाल-चावल की खिचड़ी खाने से कब्ज एसिडिटी और अपच जैसी समस्याओं से बचाव होता है. दाल चावल के इस मिश्रण में मौजूद फोलेट दिल की बीमारियों के खतरे को भी घटाता है. चूंकि इसमें कैलोरी और फेट की मात्रा बहुत कम होती है, जबकि पचने में सुपाच्य और हल्की होने के कारण इससे पेट जल्दी भर जाता है, वहीं वजन भी कम होता है. वहीं अगर कोई मरीज व्यक्ति खिचड़ी खाता है तो ये उसे संपूर्ण पोषण देने के साथ ही आसानी से पच भी जाती है.
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-nutrition-month-september-2025-which-is-the-most-nutritious-food-in-india-and-world-protein-rich-khichdi-khane-ke-fayde-ws-kl-9572541.html