Sunday, September 28, 2025
26 C
Surat

Lunar Eclipse 2026। चंद्र ग्रहण कब है 2026


Last Updated:

Next Chandra Grahan: साल 2026 में लगने वाले दो चंद्र ग्रहण खगोल विज्ञान के लिहाज से भी खास रहेंगे और धार्मिक दृष्टिकोण से भी. मार्च का चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा और उसका सूतक मान्य होगा, जबकि अगस्त का ग्रह…और पढ़ें

साल 2026 में लगेंगे दो चंद्र ग्रहण, जानें कब और कहां देखा जा सकेगा!Lunar Eclipse 2026
Next Chandra Grahan: ग्रहण को हमेशा से एक अद्भुत खगोलीय घटना माना गया है. जब भी चंद्र या सूर्य ग्रहण लगता है तो लोग इसे लेकर काफी उत्सुक रहते हैं. विज्ञान की नजर से देखें तो चंद्र ग्रहण तब लगता है जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा एक सीधी लाइन में आ जाते हैं और पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ जाती है. वहीं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्र ग्रहण को शुभ-अशुभ से जोड़ा जाता है और सूतक काल का पालन करना जरूरी माना जाता है. साल 2026 खगोल विज्ञान की दृष्टि से खास होने वाला है क्योंकि इस साल दो चंद्र ग्रहण लगेंगे. आइए जानते हैं कि साल 2026 में चंद्र ग्रहण कब और कहां दिखेगा और इसका धार्मिक महत्व क्या होगा.

साल 2026 में लगेंगे दो चंद्र ग्रहण
साल 2026 में कुल दो चंद्र ग्रहण लगने वाले हैं. इनमें से पहला मार्च में और दूसरा अगस्त में लगेगा. इनमें से एक आंशिक (खण्डग्रास) होगा और दूसरा पूर्ण चंद्र ग्रहण. इन दोनों की खासियत और भारत में दिखने या न दिखने की स्थिति अलग-अलग होगी.

यह भी पढ़ें – Pitru Paksha 2025: पितृ पक्ष में इन 4 जानवरों का सपना देता है पूर्वजों की नाराजगी का संकेत

पहला चंद्र ग्रहण – 3 मार्च 2026
पहला चंद्र ग्रहण मंगलवार, 3 मार्च 2026 को लगेगा. यह खण्डग्रास चंद्र ग्रहण होगा. पंचांग के अनुसार इस दिन फाल्गुन पूर्णिमा रहेगी. भारतीय समयानुसार यह ग्रहण शाम 6 बजकर 26 मिनट से शुरू होकर 6 बजकर 46 मिनट पर खत्म हो जाएगा. यानी इसकी अवधि करीब 20 मिनट 28 सेकंड की होगी.
यह ग्रहण एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका जैसे कई देशों में नजर आएगा. चूंकि भारत में यह ग्रहण दिखेगा, इसलिए यहां इसका सूतक काल भी मान्य होगा. सूतक सुबह 9 बजकर 39 मिनट से शुरू होकर शाम 6 बजकर 46 मिनट तक रहेगा.

दूसरा चंद्र ग्रहण – 28 अगस्त 2026
साल का दूसरा चंद्र ग्रहण शुक्रवार, 28 अगस्त 2026 को लगेगा. यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा, लेकिन भारत में यह नजर नहीं आएगा. इसलिए यहां इसका सूतक भी मान्य नहीं होगा. यह ग्रहण मुख्य रूप से उत्तर और दक्षिण अमेरिका, यूरोप और अफ्रीका के कुछ हिस्सों में देखा जा सकेगा.

चंद्र ग्रहण और सूतक का महत्व
हिंदू परंपरा में चंद्र ग्रहण का खास धार्मिक महत्व है. मान्यता है कि जब चंद्रमा पर ग्रहण लगता है तो उस दौरान किए गए कामों का असर अलग होता है. यही कारण है कि सूतक काल में कई गतिविधियां रोक दी जाती हैं.

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homeastro

साल 2026 में लगेंगे दो चंद्र ग्रहण, जानें कब और कहां देखा जा सकेगा!

Hot this week

कन्नौज का रहस्यमयी मंदिर, नवरात्रि में दर्शन मात्रा से मिलता है संतान सुख

कन्नौज का यह प्राचीन माता क्षेमकली मंदिर अपनी...

इन बीमारियों में भूल कर भी ना खाएं बैगन, वरना जाना पड़ सकता है अस्पताल

बैंगन को सब्जियों का राजा कहा जाता है,...

Sabudana Dhokla Recipe। साबूदाना ढोकला रेसिपी

Sabudana Dhokla Recipe: नवरात्रि का समय खास होता...

Topics

Sabudana Dhokla Recipe। साबूदाना ढोकला रेसिपी

Sabudana Dhokla Recipe: नवरात्रि का समय खास होता...
spot_img

Related Articles

Popular Categories

spot_imgspot_img