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एम्स नई दिल्ली में एक विभाग से दूसरे विभाग तक जाने के लिए अब मरीजों और उनके परिजनों को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा और न ही उन्हें ऑटो में पैसे खर्च करने पड़ेंगे. एम्स में नई इलेक्ट्रिक शटल्स आने से स…और पढ़ें

इतना ही नहीं अस्पताल में चलने वाली इलेक्ट्रिक शटल्स में बैठने के लिए भी लंबी-लंबी लाइनें लगती हैं और मरीज को लंबा इंतजार करना पड़ता है. वहीं जो मरीज इंतजार नहीं कर पाते, वे कैंपस के अंदर चलने वाले ऑटो से भी आते-जाते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें पैसा खर्च करना पड़ता है. हालांकि अब एम्स में इन दोनों ही चीजों से मरीजों और उनके परिजनों को काफी राहत मिलने जा रही है. एम्स के इलेक्ट्रिक बेड़े में शामिल हुईं 16 नई इलेक्ट्रिक शटल्स मरीजों को बड़ी सुविधा देंगी.
बता दें कि सीएसआर पहल के तहत आईडीबीआई बैंक ने एम्स नई दिल्ली को 16 एडवांस्ड ई-शटल्स का दान में दी हैं. हालांकि 3 शटल्स अभी मिल चुकी हैं और बाकी की बची 13 शटल्स जल्द ही अस्पताल में आ जाएंगी. इन शटल्स का फ्लैग-ऑफ समारोह IDBI बैंक के चीफ जनरल मैनेजर शशांक दीक्षित और AIIMS के को-चेयरमैन CSR प्रोफेसर नंद कुमार ने किया.
गौरतलब है कि एम्स पर्यावरणीय प्रभाव कम करने और स्थायी समाधान के रूप में कैंपस में कार्बन फुटप्रिंट्स को घटाने का काम कर रहा है. लिहाजा ईवी शटल्स इस दिशा में भी कारगर हैं. इतना ही नहीं इन ई-शटल्स में एम्स के अंदर यात्रा करने से उन मरीजों और उनके साथियों पर आर्थिक बोझ कम होगा, जो पहले से ही बीमारी और इलाज की वजह से वित्तीय संकट में हैं.

अमर उजाला एनसीआर में रिपोर्टिंग से करियर की शुरुआत करने वाली प्रिया गौतम ने हिंदुस्तान दिल्ली में संवाददाता का काम किया. इसके बाद Hindi.Bharat.one.com में वरिष्ठ संवाददाता के तौर पर काम कर रही हैं. हेल्थ एंड लाइफस्…और पढ़ें
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