Sunday, November 9, 2025
17.9 C
Surat

दूध और शहद के साथ शतावर, महिलाओं और बच्चों के लिए फायदेमंद, जानिए कीमत और उगाने का तरीका – Uttar Pradesh News


Last Updated:

भारत में आयुर्वेद का महत्व प्राचीन काल से रहा है. आज हम जिस पौधे की बात कर रहे हैं, उसकी जड़ें मूली जैसी दिखती हैं, लेकिन इसके औषधीय गुण शरीर को कई रोगों से मुक्ति दिलाते हैं. जी हां, हम बात कर रहे हैं शतावर की. जानिए इसके सेवन के फायदे और इसे उगाने का सही तरीका.

satawar

Bharat.one से बातचीत में मेडिकल कॉलेज सुल्तानपुर के चिकित्सक डॉक्टर संतोष कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि यदि भूख नहीं लग रही है, पाचन तंत्र गड़बड़ है या मानसिक तनाव है, तो सतावर का प्रयोग करना चाहिए. सतावर में कई ऐसे गुण पाए जाते हैं जो शरीर को स्वस्थ और तंदुरुस्त बनाए रखते हैं.

satawar

सतावर की जड़ों से पतली छिलके को हटाने पर सफेद, दुधिया और गद्देदार जड़ प्राप्त होती है. इसे सुखाकर पीसने के बाद सतावर का चूर्ण तैयार किया जाता है. इसका प्रतिदिन 2-3 ग्राम चूर्ण गर्म दूध के साथ लेने से गैस जैसी परेशानी भी नहीं होती.

satawar

पारंपरिक तौर पर सतावर का प्रयोग लंबे समय से होता आ रहा है. यह खासतौर पर उन महिलाओं के लिए फायदेमंद है जो स्तनपान कराती हैं, क्योंकि इसमें ऐसे गुण पाए जाते हैं जो दुग्ध उत्पादन बढ़ाने में मदद करते हैं. यह स्तन में दूध बढ़ाने के लिए कारगर साबित होता है.

satawar

सतावर में मौजूद सैपोनिन प्रतिरक्षा कोशिकाओं को सक्रिय करते हैं, जिससे शरीर की रोगाणुरोधी क्षमता और संक्रमण से लड़ने की शक्ति बढ़ती है. यह तनाव, चिंता और थकान को कम करके मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है. साथ ही, सतावर सोने की समस्या और मूड स्विंग्स को नियंत्रित करने में भी मदद कर सकता है.

satawar

पुरुषों में सतावर वीर्य की गुणवत्ता और शक्ति बढ़ाने में मदद कर सकता है. इसके अलावा, यह एक प्राकृतिक मूत्रवर्धक भी है, जो मूत्र पथ के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है और गुर्दे की पथरी के जोखिम को कम करने में सहायक होता है. साथ ही, यह गैस्ट्रिक और पेप्टिक अल्सर के इलाज में भी मदद कर सकता है.

satawar

सतावर की खेती करने वाले किसान योगेश कुमार पांडेय Bharat.one से बताते हैं कि सतावर की खेती के लिए उचित तापमान 10 से 50 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए. खेती शुरू करने से पहले जुलाई-अगस्त में खेत की दो-तीन बार पहली जुताई कर लेनी चाहिए.

satawar

सतावर के पौधों की रोपाई से पहले कुछ जरूरी तैयारी करनी चाहिए. जैसे, प्रति एकड़ खेत में 10 टन गोबर की खाद मिलाना आवश्यक है. इसके बाद दूसरी जुताई नवंबर के शुरुआती दिनों में कर दी जाती है.

shatawar

सतावर के पौधों को अधिक पानी की आवश्यकता नहीं होती. पौधे लगाने के एक सप्ताह के भीतर हल्की सिंचाई कर देनी चाहिए, जो उनके लिए पर्याप्त होती है. पौधों के बड़े होने के बाद दूसरी हल्की सिंचाई थोड़ी मात्रा में करनी चाहिए.

shatawar

जोते गए खेत में 10 मीटर लंबी क्यारियां बनानी चाहिए और इसमें 4:2 के अनुपात में मिट्टी और गोबर की खाद मिलाकर डालनी चाहिए. प्रति एकड़ खेती के लिए पांच किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है. अगस्त में ही क्यारियों में बीजों की बुआई कर देनी चाहिए.

shatawar

आपको बता दें कि सतावर की खेती करने से धान और गेहूं की तुलना में किसानों को अच्छी कमाई हो सकती है, क्योंकि इसका दाम बाजार में 1000 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकता है. इसे आप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी बेच सकते हैं.

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homelifestyle

मूली जैसी दिखती है, लेकिन स्वास्थ्य के लिए वरदान, जानिए शतावर के अद्भुत फायदे


.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.

https://hindi.news18.com/photogallery/lifestyle/health-satavar-farming-reveals-farmers-earning-up-to-1000-rupees-per-kilo-shatavar-fayde-aur-ugane-ka-sahi-tarika-local18-ws-kl-9830735.html

Hot this week

दर्द भरा भजन सुनकर पत्थर दिल भी रो पड़ेगा, राधे तेरे चरणों की धूल जो मिल जाए…

https://www.youtube.com/watch?v=DSB_zjSA22U भगवान कृष्ण और राधा का प्रेम बताने की...

Topics

दर्द भरा भजन सुनकर पत्थर दिल भी रो पड़ेगा, राधे तेरे चरणों की धूल जो मिल जाए…

https://www.youtube.com/watch?v=DSB_zjSA22U भगवान कृष्ण और राधा का प्रेम बताने की...

Aaj ka rashifal 9 November 2025 Horoscope today । Sunday Zodiac prediction Aries to Pisces । आज का राशिफल 9 नवंबर 2025

आज का मेष राशिफल (Today’s Aries Rashifal) गणेशजी कहते हैं...
spot_img

Related Articles

Popular Categories

spot_imgspot_img