दरभंगा: वृश्चिक राशि के जातकों के लिए 9 नवंबर 2025, दिन रविवार, ज्योतिषीय दृष्टिकोण से एक अत्यंत महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण दिन रहने वाला है. ग्रहों की प्रतिकूल चाल के कारण यह दिन आपके लिए कई तरह की मुश्किलें खड़ी कर सकता है. इसलिए किसी भी नए कार्य की शुरुआत करने या महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. आपके लिए आज का दिन शुभ है या अशुभ और ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं? इस पर कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर ज्योतिष विभाग के अध्यक्ष, डॉक्टर कुणाल कुमार झा ने विस्तृत जानकारी दी है.
ग्रहों की प्रतिकूल स्थिति बना रही कष्टकारी योग
ज्योतिषाचार्य डॉक्टर कुणाल कुमार झा के अनुसार 9 नवंबर को वृश्चिक राशि के लिए लगभग सभी प्रमुख ग्रह सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, राहु, शनि और केतु प्रतिकूल अवस्था में रहेंगे. इन ग्रहों की ऐसी स्थिति दैहिक (शारीरिक), दैविक (मानसिक/आध्यात्मिक) और भौतिक (सांसारिक) रूप से कष्टकारी योग का निर्माण कर रही है. इसके प्रभाव से आपको स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं, मानसिक तनाव और आर्थिक मामलों में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है. इतना ही नहीं, यह ग्रह-गोचर आपके लिए शत्रु वृद्धि और शोकाकुल योग भी बना रहा है, जिसका अर्थ है कि आपके विरोधी सक्रिय हो सकते हैं और मन में किसी बात को लेकर चिंता या दुख का भाव बना रह सकता है.
हालांकि, इन सभी नकारात्मक योगों के बीच एक सकारात्मक किरण भी है. डॉक्टर झा बताते हैं कि आपकी कुंडली में पंचमेश (पांचवें घर के स्वामी) का भाग्य भाव में उच्च का होकर स्थित होना एक बेहद शुभ संकेत है. ज्योतिष में इसे पूर्व जन्म के संचित पुण्य कर्मों का फल माना जाता है. यह शुभ स्थिति एक सुरक्षा कवच की तरह काम करेगी और ग्रहों के अशुभ प्रभावों की तीव्रता को काफी हद तक कम कर देगी, जिससे आपको बड़ी परेशानियों से राहत मिलेगी.

कष्ट निवारण के लिए करें ये अचूक उपाय
डॉक्टर कुणाल कुमार झा ने ग्रहों की शांति और दिन को बेहतर बनाने के लिए कुछ सरल और प्रभावी उपाय सुझाए हैं.
वस्त्र धारण: आज के दिन लाल रंग के वस्त्र पहनना आपके लिए ऊर्जादायक और लाभकारी सिद्ध होगा.
पाठ-पूजा: मां दुर्गा की आराधना करें और संभव हो तो दुर्गा सप्तशती का संपूर्ण पाठ करें. यह आपको शत्रुओं और नकारात्मक ऊर्जा से बचाएगा.
सूर्य को अर्घ्य: स्नान के बाद तांबे के पात्र में जल और गाय का दूध मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें.
स्तोत्र पाठ: आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना विशेष फलदायी रहेगा. यह आपके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा और कष्टों का निवारण करेगा. ज्योतिषाचार्य के अनुसार, इन उपायों को पूरी श्रद्धा से करने पर न केवल ग्रहों के अशुभ प्रभाव कम होंगे, बल्कि जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का मार्ग भी प्रशस्त होगा.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/astro/daily-horoscope-aaj-ka-vrishchik-rashifal-09-november-2025-scorpio-horoscope-in-hindi-vrishchik-rashi-planetary-movement-local18-ws-el-9830349.html