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How many Akshardham temples are there in the world US Vice President Akshardham Temple with family । भारत ही नहीं दुनिया के इन शहरों में भी हैं अक्षरधाम मंदिर, खासियत जान रह जाएंगे हैरान

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Akshardham Temple: अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और उनकी पत्नी उषा वेंस इस समय भारत दौरे पर हैं और जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. सोमवार सुबह जेडी वेंस, उनकी पत्नी और बच्चों ने दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर में दर्शन किए. दिल्ली का अक्षरधाम मंदिर भारत की संस्कृति और परंपराओं की झलक दिखाने वाला एक अद्भुत मंदिर है, जो भगवान स्वामीनारायण को समर्पित है. दिल्ली के अक्षरधाम में प्रवेश करते ही 11 फुट ऊंची भगवान स्वामीनारायण की प्रतिमा के दर्शन होते हैं. यहां हर कोना आध्यात्मिकता से भरा हुआ महसूस होता है.

‘अक्षरधाम’ शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है- ‘अक्षर’ यानी जो कभी नष्ट न हो, और ‘धाम’ यानी निवास स्थान. क्या आप जानते हैं दुनियाभर में कितने अक्षरधाम मंदिर हैं? अगर नहीं, तो हम आपको बताते हैं कि इसके बारे में आइए जानते हैं.

अमेरिका का अक्षरधाम मंदिर
8 अक्टूबर 2023 को न्यू जर्सी के रॉबिंसविल शहर में अक्षरधाम मंदिर का उद्घाटन हुआ. यह मंदिर महंत स्वामी महाराज के नेतृत्व में बना है और प्रमुख स्वामी महाराज की इच्छा को पूरा करता है. यह मंदिर अमेरिका का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है और ऊंचाई में 191 फीट का है. मंदिर 185 एकड़ में फैला है. इसे बनाने में 12 साल लगे.

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मंदिर की दीवारों और खंभों पर 150 से अधिक भारतीय वाद्य यंत्र और प्रमुख नृत्य मुद्राएं उकेरी गई हैं. इस मंदिर में बुल्गारिया, इटली, ग्रीस, तुर्की और भारत समेत 7 देशों से पत्थर मंगवाए गए थे.

गुजरात के गांधीनगर में स्थित अक्षरधाम मंदिर
गुजरात के गांधीनगर में स्थित अक्षरधाम मंदिर सिर्फ एक मंदिर नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक परिसर है जो भारत की प्राचीन वास्तुकला, परंपराओं और आध्यात्मिकता को दर्शाता है. यह मंदिर भगवान स्वामीनारायण को समर्पित है. जैसे ही आप मंदिर के अंदर कदम रखते हैं, वहां की शांति और दिव्यता आपके मन को सुकून देती है.

इसके बाहर की दीवारों और खंभों पर की गई नक्काशी राजा-महाराजाओं के ज़माने के पुराने मंदिरों की याद दिलाती है. मंदिर का पूरा डिजाइन पारंपरिक भारतीय वास्तुकला पर आधारित है, जिससे हिंदू सभ्यता की भव्यता झलकती है. मंदिर के अंदर, गलियारों और फव्वारों पर की गई सजावट भी हिंदू धरोहर की झलक देती है.

1998 में निर्माण कार्य शुरू हुआ और 7000 से अधिक शिल्पकारों ने मिलकर 7 वर्षों में इसे पूर्ण किया. यह मंदिर लकड़ी, संगमरमर और बलुआ पत्थर से बना है. मंदिर की लंबाई 356 फीट और चौड़ाई 316 फीट है. इसकी दीवारों पर सुंदर और बारीक नक्काशी की गई है, जो भारत की प्राचीन शिल्पकला का अद्भुत उदाहरण है.

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अबू धाबी में BAPS मंदिर
फरवरी 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अबू धाबी (UAE) में पहला हिंदू मंदिर (BAPS स्वामीनारायण मंदिर) का उद्घाटन किया. इस मंदिर की कल्पना प्रमुख स्वामी महाराज ने 1997 में की थी. यह मंदिर 7 शिखरों वाला पारंपरिक हिंदू मंदिर है, जिसे नागर शैली में बनाया गया है. मंदिर में कई मूर्तियां और दीवारों पर कहानियां, विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों की एकता को दिखाती हैं.

यह मंदिर परिसर 27 एकड़ में फैला है, जिसमें 13.5 एकड़ पर मंदिर और बाकी 13.5 एकड़ में पार्किंग है, जिसमें 1,400 कारें और 50 बसें पार्क हो सकती हैं. मंदिर की ऊंचाई 108 फीट, लंबाई 262 फीट, और चौड़ाई 180 फीट है. UAE के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जाएद अल नाहयान ने 2019 में यह भूमि दान की थी. बाहरी हिस्सा राजस्थान के गुलाबी पत्थर से बना है, जबकि अंदरूनी हिस्सा इतालवी संगमरमर से तैयार किया गया है. इस मंदिर के निर्माण में 20,000 टन पत्थर और संगमरमर का उपयोग किया गया.

लंदन (UK) में नेसडेन अक्षरधाम मंदिर
नेसडेन अक्षरधाम मंदिर, जिसे BAPS श्री स्वामीनारायण मंदिर के नाम से जाना जाता है. लंदन, यूके में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है.

स्वामीनारायण कौन थे?
भगवान स्वामीनारायण ने स्वामीनारायण सम्प्रदाय की स्थापना की और लोगों को भगवान की भक्ति, धर्म और सेवा का मार्ग दिखाया.

मंदिर निर्माण की शुरुआत
स्वामीनारायण ने भक्ति और उपासना को स्थायी रूप देने के लिए पत्थर के भव्य मंदिर बनवाए. ये मंदिर न केवल पूजा के स्थान थे, बल्कि धार्मिक शिक्षा, समाज सेवा, वेद-शास्त्रों का अध्ययन और गरीबों की मदद के केंद्र भी बने.

पहले 9 मंदिर कहां बने?
स्वामीनारायण ने 1822 से 1828 के बीच 6 सालों में 9 मंदिर बनवाए. अहमदाबाद, मूरी, भुज, वड़ताल, जेतलपुर, ढोलेरा, ढोलका, जूनागढ़ और गढड़ा.

मंदिरों की खासियतें
मंदिरों के पास संतों के रहने की जगह होती है. मंदिरों में पुरुष और महिलाएं अलग-अलग भागों में पूजा करते हैं, ताकि मन एकाग्र रहे. मंदिरों की दीवारों और गुम्बदों पर सुंदर नक्काशी होती है.

अंतरराष्ट्रीय विस्तार

पहला विदेशी मंदिर: 1945 में नैरोबी, केन्या में बना.

यूके में पहला मंदिर 1973 में बोल्टन में बना, फिर लंदन, कार्डिफ, लीसेस्टर आदि में भी मंदिर का निर्माण किया गया.

यूएसए में पहला मंदिर 1987 में न्यू जर्सी में बना. आज अमेरिका में 20 से अधिक मंदिर हैं.

अन्य देश: ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, दुबई, फिजी, मॉरीशस, थाईलैंड, न्यूजीलैंड में भी मंदिर हैं.


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