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Samsaptak Yog 2025 : सूर्य और शनि के बीच बन रहा समसप्तक योग 4 राशियों के लिए बेहद खतरनाक स्थिति मानी जा रही है. यह योग 30 साल बाद बन रहा है. इन राशियों को एक माह तक सावधानी से कार्य करने की सलाह दी जाती है और नया काम शुरू करने से पहले विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें. आइए सूर्य-शनि के बीच बन रहा योग 4 राशियों के लिए कैसा रहने वाला है…

कैसे बनता है समसप्तक योग?
समसप्तक योग तब बनता है, जब दो ग्रह एक-दूसरे के विपरीत (सप्तम भाव दृष्टि में) स्थित होते हैं. यह योग सूर्य (सूर्य) और शनि (शनि) के बीच बन चुका है. इस समय सूर्य कन्या राशि में मौजूद हैं, जबकि शनि मीन राशि में स्थिति और वे एक-दूसरे को सीधे दृष्टि से देख रहे हैं. यह संरेखण 21 सितंबर 2025 को सूर्य ग्रहण के बाद विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो जाता है. यह योग सत्ता (सूर्य) और अनुशासन/कर्म (शनि) के बीच टकराव का प्रतिनिधित्व करता है.
मेष लग्न के लिए सूर्य-शनि समसप्तक योग छठे भाव (कन्या में सूर्य) और 12वें भाव (मीन में शनि) के बीच खींचतान पैदा कर रहा है. इससे स्वास्थ्य, कार्यस्थल की प्रतिस्पर्धा, कर्ज, छिपे हुए दुश्मन, अलगाव या विदेशी मामलों से जुड़े तनाव जैसी चुनौतियां सामने आ सकती हैं. आप सेवा और अनुशासन के माध्यम से खुद को साबित करने की आवश्यकता और पलायन की ओर खिंचाव के बीच फंसे हुए महसूस कर सकते हैं. अधिकारियों या पिताजी के साथ गलतफहमियों की वजह से रिश्तों में तनाव आ सकता है.
सूर्य-शनि समसप्तक योग का सिंह राशि पर प्रभाव
सिंह राशि वालों के लिए सूर्य-शनि समसप्तक योग दूसरे भाव (सूर्य कन्या राशि में) और आठवें भाव (शनि मीन राशि में) के बीच तनाव को उजागर कर सकता है. यह संयोग साझेदारी, विवाह और व्यापारिक संबंधों में संघर्ष ला सकता है, क्योंकि अहंकार टकराव या जिम्मेदारियों में अंतर सामने आ सकते हैं. स्वास्थ्य और व्यक्तिगत ऊर्जा पर भी असर पड़ सकता है और दूसरों की मांगों के बीच आत्म-देखभाल को संतुलित करने का दबाव महसूस हो सकता है. धन का लेन-देन करते समय आपको सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है अन्यथा आपको धन फंस सकता है.
कन्या राशि वालों के लिए सूर्य-शनि समसप्तक योग पहले भाव (कन्या में सूर्य) और सातवें भाव (मीन में शनि) को सक्रिय कर रहा है, जिससे स्वयं और संबंधों पर जोर दिया जाता है. इस अवधि में साझेदारी, विवाह या प्रफेशनल सहयोग में तनाव उत्पन्न हो सकता है, क्योंकि व्यक्तिगत इच्छाएं और स्वाभाविकता दूसरों की जिम्मेदारियों और अपेक्षाओं से टकरा सकती हैं. स्वास्थ्य और सहनशक्ति में उतार-चढ़ाव हो सकता है, जिससे अनुशासित लाइफ स्टाइल और तनाव प्रबंधन की आवश्यकता होगी. नौकरी पेशा जातकों को ऑफिस में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
सूर्य-शनि समसप्तक योग का मीन राशि पर प्रभाव
मीन राशि वालों के लिए सूर्य-शनि समसप्तक योग 7वें घर (सूर्य कन्या में) और 1वें घर (शनि मीन में) में हो रहा है. मीन राशि वालों को इस योग के प्रभाव से प्रतिस्पर्धा, प्रतिद्वंद्वी या कानूनी विवाद का सामना करना पड़ सकता है. कामकाज की वजह से ज्यादा भागदौड़ करनी पड़ सकती है इसलिए स्वास्थ्य को विशेष देखभाल की आवश्यकता हो सकती है. अचानक से आए अप्रत्याशित खर्च से मासिक बजट गड़बड़ा सकता है. आप अकेलापन महसूस कर सकते हैं लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है, आप धीरे धीरे सभी परेशानियों से निपटने में सक्षम होंगे.
मैं धार्मिक विषय, ग्रह-नक्षत्र, ज्योतिष उपाय पर 8 साल से भी अधिक समय से काम कर रहा हूं। वेद पुराण, वैदिक ज्योतिष, मेदनी ज्योतिष, राशिफल, टैरो और आर्थिक करियर राशिफल पर गहराई से अध्ययन किया है और अपने ज्ञान से प…और पढ़ें
मैं धार्मिक विषय, ग्रह-नक्षत्र, ज्योतिष उपाय पर 8 साल से भी अधिक समय से काम कर रहा हूं। वेद पुराण, वैदिक ज्योतिष, मेदनी ज्योतिष, राशिफल, टैरो और आर्थिक करियर राशिफल पर गहराई से अध्ययन किया है और अपने ज्ञान से प… और पढ़ें
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https://hindi.news18.com/astro/surya-shani-samsaptak-yog-after-30-years-could-be-inauspicious-for-mesh-singh-and-these-4-zodiac-signs-ws-kl-9664356.html