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इस दिन है रंगभरी एकादशी, भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की इस विधि से करें पूजा, सुख और वैभव की होगी प्राप्ति

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Rangbhari Ekadashi Auspicious Time and Date: वैदिक पंचांग के अनुसार 10 मार्च को एकादशी है. इसको रंगभरी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. एकादशी तिथि 9 मार्च को सुबह 8.15 बजे पर शुरू होगी और 10 मार्च को सुबह 8.0…और पढ़ें

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10 मार्च को एकादशी है 

हाइलाइट्स

  • 10 मार्च को है रंगभरी एकादशी.
  • भगवान विष्णु की पूजा से सुख और वैभव की प्राप्ति.
  • एकादशी व्रत से पापों का नाश होता है.

जयपुर. हिन्दू धर्म में एकादशी व्रत का बहुत अधिक महत्व माना जात है. वैदिक पंचांग के अनुसार इस माह 10 मार्च को एकादशी है. इस एकादशी को रंगभरी एकादशी कहा जाता है. मान्यताओं के अनुसार एकादशी तिथि पर व्रत करने और जगत के पालनहार भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करने से व्यक्ति को जीवन में हर सुख और वैभव की प्राप्ति होती है. धर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढण ने बताया कि फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 9 मार्च को सुबह 8 बजकर 15 मिनट पर शुरू होगी और 10 मार्च को सुबह 8 बजकर 5 मिनट पर इसका समापन होगा. एकादशी व्रत भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है.

एकादशी तिथि के दिन व्रत रखने की विधि

एकादशी व्रत वाले दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें. व्रत का संकल्प लें और फिर भगवान विष्णु की आराधना करें. भगवान विष्णु को पीले फूल अर्पित करें. घी में हल्दी मिलाकर विष्णु जी का दीपक करें. पीपल के पत्ते पर दूध और और केसर से बनी मिठाई रखकर भगवान को चढ़ाएं. एकादशी की शाम तुलसी के पौधे के सामने दीपक जलाएं और भगवान विष्णु को केले चढ़ाएं और गरीबों को भी केले बांट दें.

व्रत के दौरान ये गलती ना करे

धर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढण ने बताया कि एकादशी के दिन कांसे के बर्तन में भोजन नहीं करें. अपशब्दों का प्रयोग नहीं करने से बचें. इस दिन चावल या चावल से बनी चीजों का सेवन ना करें और बाल, नाखून, दाढ़ी न कटवाएं. इसके अलावा सबसे मुख्य शराब और मांस से बिल्कुल दूर रहना चाहिए. इन चीजों से दूर रहने और व्रत के नियमों का पालन करने से भगवान विष्णु की कृपा होती है.

रंगभरी एकादशी के महत्व

रंगभरी एकादशी एकादशी व्रत को हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र और लाभकारी माना गया है. धर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढण ने बताया कि एकादशी व्रत करने से पूर्व जन्म और इस जन्म के पापों का नाश होता है. यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है, जिससे भक्तों को विष्णु जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है. जो व्यक्ति श्रद्धा और नियमपूर्वक एकादशी का व्रत करता है तो भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा बनती है. वहीं, जीवन में सकारात्मक बदलाव आता है.

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रंगभरी एकादशी पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की करें पूजा, बरसेगी विशेष कृपा

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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