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इस मंदिर में पूजा अर्चना करने से कुंवारे लड़कों की हो जाती है शादी, संतान की होती है प्राप्ति, गरीबी होगी दूर

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नागौर. राजस्थान में ऐसे अनेकों मंदिर हैं जिनको लेकर कई मान्यताएं और किंवदंतियां है. ऐसा ही एक गणेश मंदिर नागौर जिले में भी स्थित है. इस गणेश मंदिर को लेकर मानता है कि कुंवारे लोग अगर इस मंदिर में जाकर शादी की मन्नत मांगते हैं तो उनकी मनोकामना पूरी हो जाती है. स्थानीय लोगों के अनुसार यह मंदिर लगभग 400 साल से भी अधिक पुराना है.

भगवान गणेश का यह मंदिर बहुत प्राचीन है. मंदिर के मुख्य पुजारी सुनील मिश्रा ने बताया कि 400 साल पहले बावड़ी गांव की खुदाई के दौरान यह भगवान गणेश की मूर्ति प्रकट हुई थी, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने उस मूर्ति को एक चबूतरे पर स्थापित किया. पुजारी ने बताया कि यहां पर ऐसी मान्यता है कि यदि कोई व्यक्ति के शादी से संबंधित समस्या आ रही है तो इस मंदिर में आकर गणेश जी की पूजा अर्चना करने से वे समस्या दूर हो जाती है.

बुधवार को परिक्रमा करने से हो जाती है शादी
मंदिर पुजारी सुनील मिश्रा ने बताया कि बुधवार को इस गणेश मंदिर में परिक्रमा लगाने पर कुंवारे लड़कों की शादी जल्दी हो जाती है. इसके अलावा शादी की समस्या के अलावा यदि किसी को संतान नहीं हो रही है तो मंदिर की परिक्रमा और पूजा अर्चना से उन्हें संतान की प्राप्ति होती है. इसके अलावा पुजारी ने बताया कि नियमित बुधवार को ध्रुवा व मूंग चढ़ाने से शादी से संबंधित समस्या का निवारण होता है.

बावड़ी बनाने के दौरान जमीन से निकली थी मूर्ति
स्थानीय निवासी राजेंद्र चौधरी ने बताया कि करीब 400 साल पहले नागौर के किले से कुछ दूरी पर खनन क्षेत्र का कार्य किया जाता था जिसमें लाल पत्थर निकलता था बड़ी संख्या में यहां मजदूर काम करने आते थे और मजदूरों के लिए पानी की व्यवस्था करने के लिए बावड़ी बनाने काम शुरू हुआ तभी जमीन से भगवान सिद्धिविनायक की मूर्ति प्राप्त हुई.

भगवान गणेश के साथ भगवान शिव की भी प्रतिमा
इसी गणेश मंदिर में भगवान गणेश के साथ उनके मुक्तेश्वर महादेव का मंदिर में मौजूद है. इस महादेव मंदिर को लेकर मान्यता है कि भगवान शंकर की नियमित पूजा करने वाले व्यक्ति को आर्थिक रूप से छुटकारा मिलता है और उसकी गरीबी दूर हो जाती है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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