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Koderma Top 5 Durga Pandals: झुमरीतिलैया की मड़ुआटांड़, कोडरमा, गौरी शंकर मोहल्ला, बेलाटांड़ और अड्डी बंगला दुर्गा पूजा समितियां भव्य पंडाल, मूर्तियां और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ परंपरा निभा रही हैं.
झुमरीतिलैया की मड़ुआटांड़ दुर्गा पूजा समिति 1970 से पारंपरिक पूजा आयोजित कर रही है. इस बार पंडाल बंगलौर के आदि योगी मंदिर की तर्ज पर पश्चिम बंगाल के कारीगरों द्वारा बनाया गया है. यहां लोगों को दुर्गा माता के पंडाल के भीतर 12 ज्योतिर्लिंग के भी दर्शन हो रहे हैं.
कोडरमा के महाराणा प्रताप चौक दुर्गा पूजा समिति अपने 20वें वर्ष पर भव्य पंडाल, अद्भुत रोशनी और मूविंग प्रतिमा के साथ धूमधाम से जश्न मना रही है. मंदिरनुमा पंडाल, बंगाल के कारीगरों द्वारा निर्मित मूर्ति और सजावट पर लाखों का खर्च किया गया है.
झुमरी तिलैया का गौरी शंकर मोहल्ला दुर्गा पूजा समिति पिछले 47 वर्षों से आस्था का केंद्र रहा है. 1978 में जोड़ा बेल की अद्भुत घटना से शुरू हुई यह परंपरा आज भी जारी है. इस वर्ष बंगाल मंदिर की तर्ज पर भव्य पंडाल और हजारीबाग के मूर्तिकार द्वारा निर्मित प्रतिमा में पूजा हो रही है. सुरक्षा हेतु सीसीटीवी और अग्निशामक यंत्र लगाए गए हैं.
बेलाटांड़ दुर्गा पूजा समिति के द्वारा साउथ के मंदिर के प्रारूप में पूजा पंडाल तैयार कराया गया है. यहां नवमी की शाम आरती के बाद महाभंडारा और दशमी की शाम आरती के बाद भोजपुरी कलाकार खुशबू उत्तम के द्वारा भक्ति जागरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. समिति इस बार पूजा का 76 वां वर्ष मना रही है.
झुमरी तिलैया का अड्डी बंगला दुर्गा पूजा शताब्दी पार आस्था और परंपरा का प्रतीक है. 1924 से शुरू यह पूजा आज असम मंदिर की झलक वाले 6 लाख की लागत से बने पंडाल और भव्य सजावट से खास है. संध्या आरती की गूंज, विशाल मैदान का मेला और हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ इसे पूरे क्षेत्र का सबसे लोकप्रिय आयोजन बन रही है.