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ध्वजारोहण का शुभ मुहूर्त दोपहर 12 से 12:30 के बीच का अभिजीत मुहूर्त तय किया गया है. ध्वजारोहण कार्यक्रम से पहले 21 नवंबर से पांच दिवसीय वैदिक अनुष्ठान शुरू हो जाएगा. इस अनुष्ठान में अयोध्या, काशी और दक्षिण भारत के 108 वैदिक आचार्य शामिल होंगे. पंडित गणेश्वर शास्त्री ने ध्वजारोहण का शुभ मुहूर्त निकाला है.
श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में 25 नवंबर को ध्वजारोहण का भव्य आयोजन होने जा रहा है. मंदिर पर इस धम्रध्वज का लहराना, राम मंदिर के ऐतिहासिक और दिव्य निर्माण के सफल समापन की घोषणा करेगा. सूर्यवंशी परंपरा से तैयार इस ध्वज को मंगलवार के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभिजीत मुहूर्त में लहराएंगे. ध्वजारोहण के अनुष्ठान का नेतृत्व व प्रसिद्ध विद्वान पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ करेंगे और उन्होंने ही यह मुहूर्त भी निकाला है. आइए जानते हैं, क्यों इस भव्य आयोजन के लिए अभिजीत मुहूर्त को ही चुना गया? साथ ही क्यों बनाया गया है इस ध्वज पर कोविंदर का वृक्ष, क्या है इसकी विशेषता. जानिए इस आयोजन के बारे में सबकुछ.
ध्वजारोहण का मुहूर्त, 108 वैदिक आचार्य होंगे शामिल
ध्वजारोहण का शुभ मुहूर्त दोपहर 12 से 12:30 के बीच का अभिजीत मुहूर्त तय किया गया है. उसी दिन शाम को अयोध्या में राम विवाह महोत्सव के कार्यक्रम भी होंगे. ध्वजारोहण कार्यक्रम से पहले 21 नवंबर से पांच दिवसीय वैदिक अनुष्ठान शुरू हो जाएगा. इस अनुष्ठान में अयोध्या, काशी और दक्षिण भारत के 108 वैदिक आचार्य शामिल होंगे. ध्वजारोहण के अनुष्ठान का नेतृत्व व प्रसिद्ध विद्वान पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ करेंगे. पंडित गणेश्वर शास्त्री ने ध्वजारोहण का शुभ मुहूर्त निकाला है. कार्यक्रम के दौरान वैदिक मंत्रो, हवन पूजन और विशेष धार्मिक कर्मकांड संपन्न होंगे.
प्रसिद्ध ज्योतिष और शूकर क्षेत्र फाउंडेशन के अध्यक्ष, डॉ गौरव कुमार दीक्षित बताते हैं, ’25 नवंबर को अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:46 से 12:28 तक रहेगा. अभिजीत मुहूर्त दिन का सबसे शुभ समय होता है. किसी भी शुभ कार्य करने के लिए, नवीन कार्य आरम्भ करने के लिए अथवा किसी भी कार्य में विजय प्राप्ति की कामना करते हुए यदि अभिजीत मुहूर्त में कोई कार्य किया जाये तो निश्चित ही सफलता प्राप्त होती है. भगवान राम और भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भी अभिजीत मुहूर्त में हुआ था. अभिजीत मुहूर्त में ही महादेव ने त्रिपुरासूर नामक राक्षस का वध किया था. सूर्योदय से सूर्यास्त के मध्य का यह सबसे शुभ पल होता है जिसे अभिजीत मुहूर्त कहते हैं, इसलिये इसको सभी शुभ कार्यों को करने के लिए चुना जाता है.’
दीपिका शर्मा पिछले 5 सालों से Bharat.one Hindi में काम कर रही हैं. News Editor के पद पर रहते हुए Entertainment सेक्शन को 4 सालों तक लीड करने के साथ अब Lifestyle, Astrology और Dharma की टीम को लीड कर रही हैं. पत्र…और पढ़ें
दीपिका शर्मा पिछले 5 सालों से Bharat.one Hindi में काम कर रही हैं. News Editor के पद पर रहते हुए Entertainment सेक्शन को 4 सालों तक लीड करने के साथ अब Lifestyle, Astrology और Dharma की टीम को लीड कर रही हैं. पत्र… और पढ़ें
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