बालाजी के परमभक्त बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दरबार में दूर-दूर से भक्त अपनी-अपनी परेशानी लेकर पहुंचते हैं. अक्सर उनके दरबार में पहुंचने वाले लोग उनके चमत्कार और पर्चे में लिखी बातों से हैरान रह जाते हैं. लेकिन कभी-कभी उनके दरबार में ऐसे भी भक्त आते हैं, जिनके सवाल ही हैरान कर देते हैं. देश-विदेश में लोगों के लिए दरबार लगाने वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के राजस्थान के दरबार में एक ऐसा शख्स पहुंचा, जिसके सवाल और शक ने पूरे पंडाल में हंगामा मचा दिया. मुस्लिम लड़की के इश्क में दीवाना ने इस शख्स ने भरे दरबार में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पर्चे पर ही सवाल उठा दिए.
मैं ब्राह्मण हूं, मुस्लिम लड़की से प्यार है
राजस्थान के जयपुर से एक शख्स धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के सीकर में हो रहे दरबार में पहुंचा. दरबार में वो अपने मां और पिता के साथ पहुंचा था. पर्चा निकला तो ये लड़का स्टेज पर पहुंचा और खुद ही अपने प्यार के बारे में बताने लगा. इस आदमी ने बताया, ‘मैं आपके दरबार में पहली बार आया हूं. मैं सीधे मुद्दे पर आता हूं. मैं एक मुस्लिम लड़की से पिछले 7 सालों से बहुत प्यार करता हूं. मैं ब्राह्मण हूं और वो मुस्लिम है. आपको क्या लगता है?’ इस पर धीरेंद्र शास्त्री कहते हैं, ‘आ रही हो, तो आने दो.’.
नहीं प्राप्त होनी है, न लफड़ों में पड़ें
फिर वह आगे कहता है, ‘हालांकि उसकी शादी हो गई है 5 महीने पहले. साढ़े 6 साल तक मैं बहुत अच्छा था, लेकिन इन 6 महीनों में मैं उसके लिए बहुत बुरा हो गया हूं. आज भी वो तैयार होगी तो मैं उससे शादी कर लूंगा. और भी बहुत कुछ हुआ है, पर मैं खोलना नहीं चाहता.’ इसपर धीरेंद्र शास्त्री पूछते हैं, ‘क्या पूछना चाहते हो. लो पर्चा पढ़ो, (पर्चे में लिखा था) केवल देखने चले आए थे, आशीर्वाद लेने आए थे. स्वत: ही बोलने लगेंगे लव के बारे में, चिंता न करें वहां नहीं प्राप्त होनी है. न लफड़ों में पड़ें.’ ये सुनते ही वो लड़का कहता है, ‘मैं देखूं पर्चे को.’ पर्चा पढ़कर वह कहता है, ‘इसमें लव नहीं लिखा है.’ बस इसी बात पर धीरेंद्र शास्त्री और इस लड़के में ठन जाती है. ये शख्स उन्हें इस बात को जाने देने की कहता है, तो गुस्साएं धीरेंद्र शास्त्री कहते हैं, ‘नहीं ऐसे कैसे छोड़ दें, अभी तो तुम्हें हम छीलेंगे.’
मां ने किया खुलासा, ‘इसने तांडव मचा रखा है’
ये शख्स अपनी बात पर अड़ा रहता है कि इस पर्चे में लव नहीं लिखा है. इसपर धीरेंद्र शास्त्री बिगड़ जाते हैं और पूरे पंडाल से किसी को भी पर्चा पढ़ने के लिए बुलाने का ऐलान करते हैं. कुछ लोग आते भी हैं. लेकिन ये शख्स अपनी बात पर अड़ा रहता है. आखिर में ये शख्स कहता है ‘मेरी मां को बुलाया जाए. हालांकि वो इनकी बहुत बड़ी भक्त हैं.’ इस बीच पूरे पंडाल में हंगामा मच जाता है. मंच पर इस लड़के की मां आती है और रोने लगती है. इस शख्स की मां भी अपने बेटे को समझाती है कि हर इंसान का लिखने का तरीका अलग होता है. वो ऐसे ही लिखते हैं. ये सब हंगामा काफी देर तक चलता रहता है.
आखिर में धीरेंद्र शास्त्री गुस्से में इस शख्स से कहते हैं, ‘अब तुम सुनों श्रीमान. तुम शादीशुदा हो, तुम्हारी 6 साल की बच्ची भी है. फिर भी तुम उसके पीछे पड़े हुए हो, उससे विवाह करना चाहते हो. पूरा घर तुम्हारे पीछे पागल है दिन रात और तुम्हारा दिमाग सनका हुआ है.’
हालांकि अंत तक ये शख्स इस बात पर अड़ा रहता है कि इस पर्चे में ‘लव’ नहीं लिखा है. आखिर में इस व्यक्ति के पिता भी मंच पर आते हैं और रोते हुए अपने बेटे की शिकायत करते हैं. गुस्से में वो चीखते हैं, ऐसा बेटा मुझे नहीं चाहिए. आप इसे मार दो. इसने मेरा घर बर्बाद कर रखा है.
FIRST PUBLISHED : November 13, 2024, 11:53 IST