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Ballia News : वर्तमान मठाधीश जयनारायण पांडेय यहां तैनात आठवीं पीढ़ी के महंत हैं. 16 साल से पुजारी हैं, लेकिन आज तक हिम्मत नहीं हुई की मंदिर से बाहर जा सकें. इस मठ में आज भी पूर्व मठाधीशों की खड़ाऊं पूजी जाती है.
कैसे पड़ी नींव
मठ से जुड़ी दो घटनाएं इस मान्यता को और भी गहरा बना देती हैं. पहली घटना के अनुसार पूर्व मठाधीश घरभरन बाबा ने एक बेटी का कन्यादान करने के लिए लोगों के जिद्द करने पर पालकी से मठ की सीमा पार की थी, लौटते समय उन्हें एक काले नाग ने डंस लिया और उनकी मौत हो गई. साथ ही वो बेटी भी उसी दिन विधवा हो गई. दूसरी घटना में एक मठाधीश आम तोड़ने गए, पेड़ सीमा के अंदर था. लेकिन उनका एक पैर गलती से बाहर चला गया. कुछ ही दिनों में उनका वही पैर जल गया और महीनों बिस्तर पर रहना पड़ा.
बाबा जयनारायण पांडेय यहां 16 साल से पुजारी हैं, लेकिन आज तक हिम्मत नहीं हुई की मंदिर से बाहर जा सके. इस अद्भुत मठ पर आज भी पूर्व मठाधीशों की खड़ाऊं की पूजा होती है. कहा जाता है कि मठ में सच्चे मन से की गई प्रार्थना जरूर पूरी होती है. केवल मठाधीश को मठ की सीमा पार नहीं करनी है, वरना अनहोनी निश्चित है. यही वजह है कि इस मठ के मठाधीश आज भी बाहरी दुनिया से वंचित हैं.
Priyanshu has more than 10 years of experience in journalism. Before News 18 (Network 18 Group), he had worked with Rajsthan Patrika and Amar Ujala. He has Studied Journalism from Indian Institute of Mass Commu…और पढ़ें
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