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Pradosh vrat 2025: देवघर में अश्विन माह का पहला शुक्र प्रदोष व्रत 19 सितंबर को है. पूजा का शुभ मुहूर्त क्या होगा और इस दिन किसी विधि से पूजा अर्चना करना चाहिए, जानते हैं ज्योतिष से
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने Bharat.one के संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा कि अश्विन माह की शुरुआत हो चुकी है और आश्विन महीने की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष का व्रत रखा जाएगा. अश्विन माह का पहला प्रदोष व्रत शुक्रवार 19 सितंबर को रखा जाएगा. चुकी यह शुक्रवार को पड़ रहा है तो यह शुक्र प्रदोष व्रत कहलाएगा. प्रदोष व्रत के दिन व्रत रखकर प्रदोष काल में षोडशोपचार विधि से अगर भगवान शिव माता पार्वती की पूजा आराधना करें तो आपकी मुराद जल्द पूरी होगी. क्योंकि प्रदोष के दिन अपने नंदी के साथ भगवान शिव धरती पर वास करते हैं.
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि ऋषिकेश पंचांग के अनुसार त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 18 सितंबर रात 11 बजकर 24 मिनट से हो रहा है और समापन अगले दिन 19 सितंबर रात 12 बजकर 05 मिनट में होगा. उदया तिथि और प्रदोष काल 19 सितंबर को है इसलिए 19 सितंबर को ही प्रदोष व्रत रखा जाएगा.
पूजा का शुभ मुहूर्त?
पंचांग के अनुसार पूजा का शुभ मुहूर्त 19 सितंबर शाम 06 बजकर 21 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 43 मिनट तक रहेगा.
with more than 4 years of experience in journalism. It has been 1 year to associated with Network 18 Since 2023. Currently Working as a Senior content Editor at Network 18. Here, I am covering hyperlocal news f…और पढ़ें
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Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.