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baikunth chaturdashi 2025 rare yog offer this on shivling to fulfill wishes

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Baikuntha Chaturdashi 2025: देवघर के ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने कहा कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को हरी और हर का मिलन होता है. इस दिन को बैकुंठ चतुर्दशी के नाम से जाना जाता है. भगवान शिव से जुड़े कुछ उपाय करने से हर मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होती हैं.

देवघर: कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि बहुत खास होती है. खास इसलिए क्योंकि इस दिन हरि और हर का मिलन होता है. दरअसल, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को बैकुंठ चतुर्दशी कहा जाता है. यह महीना भगवान विष्णु को समर्पित रहता है, लेकिन इस दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना भी की जाती है. पुराणों में बताया गया है कि इस दिन जो भी भक्त सच्चे मन से विष्णु जी और शिव जी दोनों की पूजा करते हैं, उनके लिए स्वर्ग यानी बैकुंठ धाम के द्वार खुल जाते हैं. इसके साथ ही इस दिन भगवान शिव से जुड़े कुछ उपाय अवश्य करने चाहिए, जिससे जीवन में सुख-समृद्धि की वृद्धि होती है और भक्त की हर मनोकामना पूर्ण होती है. आइए, देवघर के ज्योतिषाचार्य से जानते हैं कि कब है बैकुंठ चतुर्दशी और इस दिन भगवान शिव से जुड़े क्या उपाय करें.

क्या कहते हैं देवघर के ज्योतिषाचार्य 
देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुद्गल ज्योतिष केंद्र के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने Bharat.one के संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा कि कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को बैकुंठ चतुर्दशी का व्रत रखा जाता है. इस साल 4 नवंबर को बैकुंठ चतुर्दशी का व्रत रखा जाएगा. वैकुंठ चतुर्दशी के दिन निशिथकाल अर्थात मध्यरात्रि में भगवान विष्णु और प्रात:काल भगवान शिव की पूजा की जाती हैं. इस दिन भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से साधक के सभी पाप नष्ट हो जाता हैं. पौराणिक कथा के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु ने भगवान शिव की पूजा की थी.

शिवलिंग से जुड़े क्या उपाय करे बेकुंठ चतुर्दशी के दिन
ज्योतिषाचार्य बताते है की बैकुंठ चतुर्दशी के दिन सबसे पहले भगवान शिव का जलाभिषेक करें. राम नाम लिखा बेलपत्र अर्पण करें. साथ ही दूध, दही इत्यादि से पांच उपचार विधि से भगवान भोलेनाथ की पूजा आराधना करें. बैकुंठ चतुर्दशी के दिन भगवान शिव के शिवलिंग के ऊपर तुलसी अवश्य अर्पण करें और कमल का पुष्प पुष्प अर्पण करने से भगवान भोलेनाथ बेहद प्रसन्न होंगे और भक्त की मनोकामनाएं जो भी है वह अवश्य पूर्ण करेंगे.

Amit ranjan

मैंने अपने 12 वर्षों के करियर में इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट और डिजिटल मीडिया में काम किया है। मेरा सफर स्टार न्यूज से शुरू हुआ और दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर डिजिटल और Bharat.one तक पहुंचा। रिपोर्टिंग से ले…और पढ़ें

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4 या 5 नवंबर? कब है बैकुंठ चतुर्दशी, मनोकामान पूर्ण के लिए करें ये उपाय

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