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Chaurasi Kosi Sankirtan Parikrama reaches Darbhanga grand welcome for saints

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Chaurasi Koshi Parikrama: यह परिक्रमा सोनपुर के हरिहरपुर से प्रारंभ की गई. जो कि भारत-नेपाल सीमा होते हुए जनकपुर के रास्ते अहिल्या स्थान पहुंची. अहिल्या स्थान में बालभोग करने के बाद दरभंगा राज परिसर में यहां पर राजभोग की व्यवस्था उनके लिए करवाई गई थी. इस राज भोग में उन साधु संतों के लिए बिना लहसुन प्याज की सामग्रियां तैयार करवाई गई.

दरभंगाः भारत-नेपाल के विभिन्न मठों के संतों द्वारा की जा रही हरिहर क्षेत्र मिथिला चौरासी कोसी संकीर्तन परिक्रमा रविवार को दरभंगा पहुंची. परिक्रमा दल का स्वागत दरभंगा राज परिवार के युवराज कपिलेश्वर सिंह की ओर से किया गया. जहां संतों के लिए विशेष राजभोग की व्यवस्था की गई. इस अवसर पर दरभंगा राज परिसर में एक संक्षिप्त धार्मिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया.

परिक्रमा सोनपुर के हरिहरपुर से आरंभ
परिक्रमा सोनपुर के हरिहरपुर से आरंभ हुई थी. यह यात्रा भारत-नेपाल सीमा होते हुए जनकपुर के मार्ग से आगे बढ़ती हुई अहिल्या स्थान पहुंची. अहिल्या स्थान में ‘बालभोग’ के बाद यात्रा दल दरभंगा आया, जहां राजभोग की परंपरागत तैयारी की गई. संतों के लिए बिना लहसुन–प्याज के विशेष व्यंजन बनाए गए. जिनमें चावल, दाल, कढ़ी, सब्जियां, भुजिया, पापड़ तिलोरी, तरुआ और खीर शामिल थे.
भारत के साथ नेपाल के मठाधीश शामिल
इस परिक्रमा में भारत के साथ-साथ नेपाल के जनकपुर के भी कई मठों के मठाधीश शामिल हैं. यात्रा आगे बढ़ने पर मार्ग में आने वाले विभिन्न मठों के महंत भी परिक्रमा दल से जुड़ते जा रहे हैं. परिक्रमा में शामिल संतों का अगला पड़ाव पटना तय किया गया है, जहां आज रात उनका विश्राम होगा. परिक्रमा से जुड़े संतों और आयोजकों ने इसे हिंदू समुदाय में धार्मिक जागरण और सांस्कृतिक एकता का महत्वपूर्ण माध्यम बताया. उनका कहना है कि यह यात्रा न केवल प्राचीन परंपराओं को सुरक्षित रखने का कार्य करती है, बल्कि लोगों को अपने धर्म, इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ने का भी प्रयास करती है.

चौरासी कोसी परिक्रमा अत्यंत पवित्र
दरभंगा राज परिवार के कर्मियों ने कहा कि चौरासी कोसी परिक्रमा अत्यंत पवित्र मानी जाती है. यह हमारे पूर्वजों की परंपराओं को जीवित रखने का माध्यम है. उन्होंने बताया कि इस तरह की यात्राएं समाज में आध्यात्मिक चेतना जगाने और धार्मिक मूल्यों को मजबूत करने का काम करती हैं.

Amit ranjan

मैंने अपने 12 वर्षों के करियर में इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट और डिजिटल मीडिया में काम किया है। मेरा सफर स्टार न्यूज से शुरू हुआ और दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर डिजिटल और Bharat.one तक पहुंचा। रिपोर्टिंग से ले…और पढ़ें

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दरभंगा पहुंची भारत-नेपाल संतों की टोली, दरभंगा राज परिसर में हुआ विशेष आयोजन

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