गोपालगंज. इस बार देव दीपावली 15 नवंबर को मनाया जाएगा. इस अवसर पर बिहार के प्रमुख शक्तिपीठ थावे मंदिर में भव्य आयोजन होगा, जिसकी तैयारी पूरी हो गई है. शुक्रवार की शाम 51 हजार दीपों से मां थावे वाली का दरबार जगमग होगा. आसमान से चंद्रमा की शीतलता के बीच देवलोक उतर आएगा. देव दीपावली के अवसर पर जिले तथा जिले से बाहर के श्रद्धालु खुद दीया-बाती व तेल लेकर पहुंचते हैं और मां के दरबार में दिया जलाते हैं. गुरुवार की शाम शहर के थाना रोड में दुकानों पर काफी भीड़ देखी गई. भक्त देव दीपावली को लेकर दीया- बाती की खरीदारी करते दिखाई दिए.
दीप दान से पुरी होती है मनोकामना
देव दीपावली में मां के चरणों में दीपदान कर श्रद्धालु सुख, समृद्धि, ऐश्वर्य और आरोग्य की कामना करते हैं. मंदिर के मुख्य पुजारी संजय पांडेय ने Bharat.one को बताया कि देव दीपावली पर मां के दरबार में जलने वाले दीप से दरिद्रता का नाश हो जाता है. मां की कृपा से दीपदान करने भक्तों घर में सुख शांति बनी रहती है. उन्नति का द्वार खुलता है. समस्त देवता भी देव दीपावली मनाते हैं. इसलिए, दीपदान करने का महत्व है. पितृदेव भी प्रसन्न होते हैं.
यूपी, बिहार और नेपाल से पहुंचेंगे श्रद्धालु
मां थावे वाली के दरबार में दीप दान के लिए यूपी बिहार और झारखंड के अलावे अलावा पड़ोसी देश नेपाल से भी श्रद्धालु पहुंचेंगे. भक्तों के दीपों से मां का दरबार रोशन होगा. मां विंध्यवासिनी के साधि डब्लू गुरु की प्रेरणा से तत्कालीन डीएम पंकज कुमार ने इस परंपरा के शुभारंभ कराया था. इसके बाद लोक आस्था का केंद्र बन गया. देव दीपावली में होने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को लेकर प्रशासन ने भी तैयारी पुरी कर ली है. मंदिर के सचिव सदर एसडीओ डॉ. प्रदीप कुमार ने Bharat.one को बताया कि मंदिर में पूरी तैयारी कर ली गई है. पुलिस बल तथा मजिस्ट्रेट की तैनाती रहेगी. श्रद्धालुओं को कोई कष्ट ना हो,इसके लिए तैयारी की गयी है.
FIRST PUBLISHED : November 14, 2024, 20:54 IST