पृथ्वी लोक पर केवल एक ही सत्य है और वह मृत्यु. आपकी सफलता, रिश्ते, काम, व्यवहार और पूरी जिंदगी की मेहनत सबसे मृत्यु पर आकर खत्म हो जाता है. जो कुछ भी इस पृथ्वी पर मौजूद है, उसको नष्ट होना ही होगा, यह प्रकृति का नियम है. गरुण पुराण में जीवन और मृत्यु को लेकर विस्तृत जानकारी दी गई है. मृत्यु के बाद आत्मा की नई यात्रा प्रारंभ होती लेकिन कुछ ऊर्जा उसके सामान में रह जाती है इसलिए बताया जाता है कि मरे हुए लोगों का सामान यूज नहीं करना चाहिए. गरुण पुराण में बताया गया है कि मरे हुए लोगों का ये पांच सामान भूलकर भी प्रयोग में नहीं लाना चाहिए क्योंकि मरे हुए लोगों के सामान में नकारात्मकता रहती है, जो आपकी हंसी खुशी जिंदगी को तबाह कर सकती है. आइए जानते हैं गरुण पुराण के अनुसार, मरे हुए लोगों की किन 5 चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए…
कपड़ों का ना करें प्रयोग
गरुण पुराण के अनुसार, मृत व्यक्ति के भूलकर भी कपड़ों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. क्योंकि जो कपड़ व्यक्ति पहनता है, उसकी कुछ ऊर्जा कपड़ो में रह जाती है. संस्कारों में इन कपड़ों को दाह संस्कार के साथ या नदी में बहाने का विधान है. अगर मृत व्यक्ति के कपड़ों का इस्तेमाल कर लेते हैं तो आत्मा की ऊर्जा से आपको परेशानी हो सकती है. पुराण के अनुसार, आपको मानसिक तनाव, बीमारी जैसी कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं.

गहने या आभूषण का ना करें प्रयोग
गरुण पुराण के अनुसार, मृत व्यक्ति के गहने या आभूषण भूलकर भी इस्तेमाल नहीं करने चाहिए, चाहें वह कितने भी मूल्यवान क्यों ना हों. गहने व आभूषण का कभी कभार इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन हर दिन पहनना उचित नहीं माना जाता है. इसलिए आप मृत व्यक्ति के गहने व आभूषण को विरासत की तरह संभालकर रखना उचित है. अगर मरने से पहले गहनों का बंटवारा हो गया है तो आप पहन सकते हैं लेकिन मृत्यु के बाद शरीर से उतरे हुए गहनों का इस्तेमाल करने से बचें.
घड़ी के अलावा इन चीजों का ना करें प्रयोग
गरुण पुराण के अनुसार, मृत व्यक्ति की घड़ी पहनना सही नहीं माना जाता. इसके अलावा आप मृत व्यक्ति की कंघी, रेजर, चश्मा, टूथब्रश आदि चीजों को भी घर से निकाल दें. इनको घर में रखना सही नहीं माना जाता है. ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और घरवालों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. साथ ही इन चीजों का प्रयोग करने से जीवन में रुकावट और दुर्भाग्य बना रहता है.
जूते-चप्पल के अलावा इन चीजों का ना करें इस्तेमाल
गरुण पुराण के अनुसार, मृत व्यक्ति के जूते-चप्पल का भी प्रयोग करने से बचना चाहिए क्योंकि जूते-चप्पल में मृत व्यक्ति के पैर की धूल लगी होगी. जिनको अगर आप पहनते हैं तो पितृदोष जैसी समस्याएं हो सकती है. इसके अलाव आप मृत व्यक्ति के बर्तन, दुपट्टे, अंगोछा, शॉल का भी प्रयोग करने से बचना चाहिए.
भूलकर भी इस चीज का ना करें प्रयोग
जूते-चप्पल के अलावा सबसे महत्वपूर्ण मृत व्यक्ति के बिस्तर, तकिये या कंबल का भूलकर भी प्रयोग नहीं करना चाहिए, ये अशुद्ध हो जाते हैं. इसलिए मृत व्यक्ति के सबसे पहले बिस्तर, तकिये, कंबल को निकाला जाता है, ताकि कोई गलती से भी इनका प्रयोग ना कर ले. इनमें शरीर की ऊर्जा (संस्कारों में जिसे सूक्ष्म वासना कहा गया है) रह जाती है. इन चीजों का प्रयोग करने से नींद संबंधी विकार, स्वास्थ्य बाधा,अनचाहे भय आ सकते हैं.