Last Updated:
Falgun Amavasya 2025: अमावस्या तिथि का विशेष महत्व होता है. ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, अमावस्या का दिन पितरों के तर्पण के लिए उत्तम दिन माना जाता है. इस दिन पितृदोषों से पीड़ित लोग तरह-तरह के उपाय करते हैं.

घर में लगाएं ये पौधा, शनि व पितृदोषों से मिलेगी राहत
हाइलाइट्स
- अमावस्या पर नीम का पेड़ लगाने से पितृदोष से मुक्ति मिलती है.
- नीम का पेड़ शनि और केतु के दोषों से राहत दिलाता है.
- नीम का पेड़ घर के दक्षिण या उत्तर-पश्चिम कोने में लगाएं.
Falgun Amavasya 2025: अमावस्या तिथि का हिंदू धर्म में बहुत अधिक महत्व माना गया है. क्योंकि इस दिन दान-धर्म, पिंडदान व पितरों के निमित्त कई पुण्यकर्म किये जाते हैं जिससे की उनकी आत्मा को शांति मिले. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पितृदोषों से मुक्ति पाने के लिए अमावस्या तिथि श्रेष्ठ मानी जाती है. इस दिन किये गये हर छोटे-बड़े उपाय पितरों की शांति के लिए शुभ माने जाते हैं.
इसी के साथ ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, अगर अमावस्या तिथि के दिन घर के आंगन में एक छोटा से पौधे को लगा दिया जाए तो इससे ना सिर्फ पितृदोषों से मुक्ति मिलती है, साथ ही कुंडली में मौजूद खराब शनि, केतु के दोषों से भी राहत मिलती है. तो आइए ज्योतिषाचार्य व वास्तु सलाहकार डॉ अरविंद पचौरी से जानते हैं कौन सा है वो पौधा जो कि घर के आंगन में लगाने से पितृदोषों से राहत पाई जा सकती है.
पूजा-हवन में इस पेड़ का है विशेष महत्व
बता दें कि जिस चमत्कारी पेड़ की हम बात कर रहे हैं वह पेड़ नीम का पेड़ है. नीम के पेड़ के औषधीय गुणों के बारे में तो हर व्यक्ति जानता है, साथ ही आध्यात्मिक रुप से भी नीम का पेड़ काफी उपयोगी माना जाता है. हवन, पूजा-पाठ आदि में नीम की लकड़ियों का इस्तेमाल किया जाता है. नीम का पेड़ की पत्तियों को धुआँ घर में करने पर नकारात्कत ऊर्जा समाप्त होती है.
यह भी पढ़ें- Gita Updesh: स्वयं श्रीकृष्ण ने बताया रिश्तों को मजबूत और प्रेम पूर्वक निभाने का तरीका, कभी नहीं आएंगी आपस में उलझनें
ग्रहदोषों से दिलाता है राहत
ज्योतिषशास्त्र व वास्तुशास्त्र दोनों में ही नीम के पेड़ का महत्व बताया है. ज्योतिष के अनुसार, नीम के पेड़ के होने से घर में मौजूद राहु की दशा के साथ-साथ शनि की दशा में मिलने वाले कष्टों से रहात मिलती है और इसके पत्तों का जल निकालकर पानी में डालकर स्नान करने से कुंडली में केतु ग्रह शांत होता है.
पितृदोष से मुक्ति के लिए
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, अगर आपके कुंडली में पितृदोष है और आप इससे राहत पाना चाहते हैं तो अमावस्या तिथि के दिन या सामान्य किसी भी दिन घर के आंगन में नीम का पेड़ लगा लें. इससे आपको पितरों का आशीर्वाद मिलता है साथ ही नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और घर में सकारात्मकता का वास होता है.
लेकिन नीम का पेड़ लगाने से पहले एक बात का विशेष ध्यान रखें कि इसे घर की दक्षिण या उत्तर-पश्चिम कोने में लगाएं. इससे पितृ दोष से मुक्ति मिलती है और साथ ही पितरों का आशीर्वाद भी आप पर सदैव बना रहता है.
यह भी पढ़ें- Vastu Tips For Puja: ईशान कोण में पूजा करना लाभकारी क्यों? जानें इस बारे में क्या कहते हैं वास्तु सलाहकार
नीम की लकड़ी दिलाएगी शनि दशा से राहत
अगर आपके उपर शनि की महादशा चल रही है तो आप इस दौरान नीम की लकड़ी की माला बानकर पहन लें, इससे आपको लाभ प्राप्त होगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इससे शनि की महादशा के अशुभ प्रभावों से राहत मिलती है.
February 23, 2025, 12:08 IST
Falgun Amavasya 2025: इस पेड़ को लगाने से मिलेगी पितृदोष और शनि दोष से मुक्ति!