Last Updated:
Gaurda Purana me Karmo ki Saja: गरुड़ पुराण हिंदू धर्म के 18 महापुराणों में से एक है. इसमें खासकर जन्म, मृत्यु, स्वर्ग, नर्क और यमलोक आदि के बारे में विस्तार से बताया गया है. मध्य प्रदेश के उज्जैन के रहने वाले ज्योतिषी आचार्य आनंद भारद्वाज ने गरुड़ पुराण में लिखी गुनाहों की सजा के बारे में विस्तार से बताया है.
उन्होंने बताया कि मनुष्य के कर्मों के हिसाब से उन्हें सजा मिलती है. सजा के अलग-अलग नाम गरुड़ पुराण में लिखे हुए हैं, जैसे- तमिस्रम, अंधतम्त्र्सम, रौरावम, कुम्भिपाकम, कालासुत्रम, असितापत्रम, अन्धकूपम, तप्तमूर्ति, क्रीमीभोजनम, सलमाली आदि. इन सभी नामों की बात की जाए, तो इनकी सजा बेहद कठोर है, इसलिए भूल से भी जीवन में ऐसी गलतियां नहीं करनी चाहिए जोकि आप इन सजा के हकदार हों.
गरुड़ पुराण के अनुसार क्या नहीं करना चाहिए?
गरुड़ पुराण के अनुसार, जो लोग दूसरों के पैसे लूटते हैं, उन्हें यमदूत रस्सी से बांध कर नर्क में इतना मारते हैं कि वे पिटते-पिटते बेहोश हो जाते हैं, इसलिए भूल से भी किसी को परेशान नहीं करना चाहिए. वहीं जो लोग अपने बड़े-बुजुर्गों या माता-पिता का अपमान करते हैं, उन्हें नीचा दिखाते हैं या घर से निकाल देते हैं, उन पापियों को नर्क की आग में जलाया जाता है, इसलिए भूल से भी यह पाप नहीं करना चाहिए.
बेजुबानों पर जुल्म के लिए कठोर दंड
ऐसा भी देखने को मिलता है कि बहुत से लोग बेजुबान जीव-जंतुओं को परेशान करते हैं, उन्हें मारते-पीटते हैं या उनकी हत्या कर देते हैं. जो लोग अपने स्वार्थ के लिए निर्दोष जीवों की हत्या करते हैं, गरुड़ पुराण के अनुसार उन्हें नर्क में बहुत कठोर दंड मिलता है, इसलिए गलती से भी बेजुबानों को परेशान नहीं करना चाहिए. ऐसे लोग जो महिलाओं का आदर नहीं करते हैं, उन्हें परेशान करने के साथ उनसे पाप करते हैं. गरुड़ पुराण के अनुसार उन्हें नर्क में जानवर की तरह माना जाता है.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.