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Karwa Chauth Rituals to Follow for Newlyweds: करवा चौथ पर नई-नवेली दुल्हन सोलह श्रृंगार करती है, सरगी, पूजा, कथा और चांद देखने की रस्म निभाती है, सास से आशीर्वाद और उपहार पाकर परिवार में प्रेम बढ़ता है.
अगर आप नई-नवेली दुल्हन हैं और यह आपका पहला करवा चौथ है, तो यह दिन आपके लिए बेहद खास होने वाला है. इस व्रत को शादीशुदा जीवन की लंबी उम्र और पति की मंगल कामना के लिए रखा जाता है. लेकिन करवा चौथ केवल उपवास का दिन नहीं, बल्कि यह प्यार, आस्था और परंपरा का सुंदर संगम है. हर रस्म की अपनी अलग महत्ता होती है, और इन्हीं रस्मों से यह व्रत पूर्ण माना जाता है. आइए जानते हैं कि करवा चौथ पर कौन-कौन सी रस्में ज़रूरी हैं और उनका क्या महत्व है.
सरगी की रस्म – सास द्वारा दी जाने वाली सुबह की थाली
करवा चौथ की शुरुआत सरगी से होती है, जिसे सास अपनी बहू को सूर्योदय से पहले देती हैं. सरगी में फल, मिठाई, सूखे मेवे, पराठे और पानी शामिल होते हैं. यह थाली बहू के लिए सास का आशीर्वाद मानी जाती है. नई-नवेली दुल्हन के लिए यह रस्म खास होती है क्योंकि यही उसके पहले करवा चौथ की शुभ शुरुआत मानी जाती है. अगर सास अब इस दुनिया में नहीं हैं, तो उनकी याद में सरगी खाना शुभ माना जाता है. आप उनकी तस्वीर के सामने दीपक जलाकर, मन में उनका आशीर्वाद लेकर सरगी ग्रहण करें.
पूजा की तैयारी और करवा सजाना
शाम को महिलाएं पूजा के लिए तैयार होती हैं और करवा यानी मिट्टी या धातु के पात्र को सजाती हैं. उसमें पानी, चावल, मिठाई और सिंदूर रखा जाता है. पूजा स्थल को रंगोली, दीपक और फूलों से सजाया जाता है. करवा चौथ की कथा सुनने के लिए महिलाएं एक साथ इकट्ठा होती हैं.
करवा चौथ की कथा सुनना
कथा सुनना इस व्रत का सबसे मुख्य हिस्सा है. इसमें वीरावती और चंद्रमा की कहानी सुनाई जाती है, जो यह सिखाती है कि आस्था और विश्वास से व्रत पूर्ण होता है. नई दुल्हन को यह कथा ध्यान से सुननी चाहिए ताकि उसे परंपरा की गहराई और महत्व समझ में आए.
विविधा सिंह न्यूज18 हिंदी (NEWS18) में पत्रकार हैं. इन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में बैचलर और मास्टर्स की डिग्री हासिल की है. पत्रकारिता के क्षेत्र में ये 3 वर्षों से काम कर रही हैं. फिलहाल न्यूज18… और पढ़ें