1. कनिपकम विनायक मंदिर, चित्तूर, आंध्र प्रदेश
चित्तूर जिले में स्थित यह मंदिर अपने आप में अनोखा है. यहां की गणेश प्रतिमा को स्वयूंभू माना जाता है, यानी यह हाथों से नहीं बनाई गई. मंदिर में एक खास कुआं भी है, जिसका पानी पापों को धोने वाला माना जाता है. यहां झूठ बोलना वर्जित है और ऐसा करने पर शपथ नहीं ली जा सकती.
समय: सुबह 6:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक, शाम 4:00 बजे से रात 8:00 बजे तक.
कैसे पहुंचें: चित्तूर शहर से लगभग 12 किमी, रेलवे स्टेशन से भी 12 किमी का सफर.
2. श्री मदनंतेश्वर-सिद्धिविनायक मंदिर, कासरगोड, केरल
केरल के कासरगोड में स्थित यह मंदिर अपनी अनोखी स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है. कहा जाता है कि यहां भगवान गणेश दीवार से प्रकट हुए थे. तीन ऊंचे-ऊंचे गुंबद इसे अन्य मंदिरों से अलग बनाते हैं.
यह मंदिर विशाल और भव्य होने के साथ-साथ भक्तों के लिए एक खास अनुभव देता है. यहां की मूर्ति लगभग 19 फीट ऊंची और 190 टन वजन की है. काले रंग की गणेश प्रतिमा अपनी सुंदरता और भव्यता के कारण देश के बड़े मंदिरों से मुकाबला करती है. पंडित जी हर दिन इसे विशेष तरीके से सजाते हैं, जिससे यह और भी आकर्षक बन जाता है.
लोकेशन: पंकजा मिल्स रोड, रामासामी नगर, पुलियाकुलम, कोयंबटूर.