Home Dharma Lord Ganesh Temple दक्षिण भारत के प्रसिद्ध गणेश मंदिर और उनकी खासियत.

Lord Ganesh Temple दक्षिण भारत के प्रसिद्ध गणेश मंदिर और उनकी खासियत.

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Famous Lord Ganesh Temple: गणेश चतुर्थी का त्योहार पूरे भारत में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन दक्षिण भारत के गणेश मंदिरों की खासियत इसे और भी यादगार बना देती है. यहां के मंदिरों में पत्थर और सोने की मूर्तियों से लेकर भव्य स्थापत्य कला तक सब कुछ देखने को मिलता है. भक्त इन मंदिरों में विशेष पूजा, भजन-कीर्तन और आरती में हिस्सा लेने के लिए दूर-दूर से आते हैं. इस दौरान मंदिरों की सजावट, रोशनी और भव्य मूर्तियों की छटा देखने लायक होती है. लोग मानते हैं कि इस पर्व में भगवान गणेश हर मुश्किल को दूर कर सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं. दक्षिण भारत में कई ऐसे अनोखे मंदिर हैं, जिनकी अलग पहचान और इतिहास उन्हें देशभर के अन्य मंदिरों से अलग बनाता है.

1. कनिपकम विनायक मंदिर, चित्तूर, आंध्र प्रदेश
चित्तूर जिले में स्थित यह मंदिर अपने आप में अनोखा है. यहां की गणेश प्रतिमा को स्वयूंभू माना जाता है, यानी यह हाथों से नहीं बनाई गई. मंदिर में एक खास कुआं भी है, जिसका पानी पापों को धोने वाला माना जाता है. यहां झूठ बोलना वर्जित है और ऐसा करने पर शपथ नहीं ली जा सकती.

खासियत: काले रंग की पत्थर से बनी गणेश प्रतिमा, स्वयूंभू मूर्ति.
समय: सुबह 6:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक, शाम 4:00 बजे से रात 8:00 बजे तक.
कैसे पहुंचें: चित्तूर शहर से लगभग 12 किमी, रेलवे स्टेशन से भी 12 किमी का सफर.

2. श्री मदनंतेश्वर-सिद्धिविनायक मंदिर, कासरगोड, केरल
केरल के कासरगोड में स्थित यह मंदिर अपनी अनोखी स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है. कहा जाता है कि यहां भगवान गणेश दीवार से प्रकट हुए थे. तीन ऊंचे-ऊंचे गुंबद इसे अन्य मंदिरों से अलग बनाते हैं.

3. अरुल्मिगु मुंथी विनयगर मंदिर, कोयंबटूर, तमिलनाडु
यह मंदिर विशाल और भव्य होने के साथ-साथ भक्तों के लिए एक खास अनुभव देता है. यहां की मूर्ति लगभग 19 फीट ऊंची और 190 टन वजन की है. काले रंग की गणेश प्रतिमा अपनी सुंदरता और भव्यता के कारण देश के बड़े मंदिरों से मुकाबला करती है. पंडित जी हर दिन इसे विशेष तरीके से सजाते हैं, जिससे यह और भी आकर्षक बन जाता है.

लोकेशन: पंकजा मिल्स रोड, रामासामी नगर, पुलियाकुलम, कोयंबटूर.

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