Margashirsha Amavasya 2024 Upay : हिन्दू कैलेंडर का नवां महीना मार्गशीर्ष कई मायनों में खास माना गया है. इस बार यह अमावस्या 30 नवंबर को मनाई जा रही है. यह महीना खास तौर पर भगवान विष्णु और महादेव को समर्पित है. ऐसे में उनके भक्त इस महीने में पूरे विधि विधान से पूजा करते हैं. वहीं इस महीने में आने वाली अमावस्या को मार्गशीर्ष अमावस्या के नाम से जाना जाता है और इस दिन पितरों के लिए श्राद्ध किया जाता है. साथ ही पिंडदान करने की परंपरा भी है लेकिन, इस आर्टिकल में हम बात कर रहे हैं मार्गशीर्ष महीने में भगवान शिव के जलअभिषेक की. भोपाल निवासी ज्योतिष आचार्य पंडित योगेश चौरे कहते हैं कि यदि आप मार्गशीर्ष अमावस्या पर किसी खास धातु से बने लोटे से शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं तो आपके जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है.
अष्टधातु के लोटे से जल चढ़ाने का महत्व
पंडित जी कहते हैं कि शिवलिंग पर अष्टधातु के लोटे से जल अर्पित करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. ऐसा करने से भगवान आपसे प्रसन्न होते हैं. खास तौर पर मार्गशीर्ष अमावस्या पर आप ऐसा करते हैं तो आपको कार्यक्षेत्र में उन्नति मिलती है. साथ ही कार्यक्षेत्र में आने वाली किसी भी प्रकार की परेशानी से छुटकारा भी मिल जाता है.
तांबे के लोटे से जल चढ़ाने का महत्व
पंडित जी के अनुसार, मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन शिवलिंग पर तांबे के लोटे से जल चढ़ाना चाहिए. ऐसा करने से आपको उत्तम फलों की प्राप्ति होती है. साथ ही आपके जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है. ऐसा माना जाता है कि, तांबे के पात्र से जल चढ़ाने से भगवान शिव को जल्दी प्रसन्न किया जा सकता है.
चांदी के लोटे से जल चढ़ाने का महत्व
शिवलिंग पर चांदी के लोटे से जल चढ़ाने का भी बड़ा महत्व बताया गया है क्योंकि, चांदी को शांति और शीतलता का प्रतीक माना जाता है. ऐसे में जब आप मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन चांदी के लोटे से शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं तो इससे आपको चंद्र दोष के साथ ही शुक्र दोष से भी मुक्ति मिलती है. आपका भाग्योदय होता है और आपको कई प्रकार के रोगों से भी निजात मिलती है.
FIRST PUBLISHED : November 28, 2024, 09:14 IST
