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Pitru Paksha 2025: साल 2025 का पितृपक्ष सिर्फ धार्मिक दृष्टि से ही नहीं बल्कि खगोलीय दृष्टि से भी खास है. दोनों ग्रहणों का असर हर राशि पर अलग-अलग होगा, लेकिन मिथुन, कन्या और मकर राशि वालों को सबसे ज्यादा सतर्क रहने की ज़रूरत है, अगर आप भी इन राशियों में से एक हैं तो पितरों का तर्पण, श्राद्ध और पिंडदान ज़रूर करें. यह उपाय ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव को कम करने में मददगार होंगे और पूर्वजों का आशीर्वाद परिवार में सुख-शांति बनाए रखेगा.

साल 2025 में पितृपक्ष के दौरान दो ग्रहण
इस साल पितृपक्ष की शुरुआत 7 सितंबर से हो चुकी है और समापन 21 सितंबर को सर्वपितृ अमावस्या पर होगा. खास बात यह है कि इसकी शुरुआत चंद्रग्रहण से होई है और अंत सूर्यग्रहण से होगा.
इन राशियों को रहना होगा सावधान
मिथुन राशि के जातकों के लिए यह पितृपक्ष कठिनाइयों भरा हो सकता है. दोनों ग्रहण आपके रिश्तों और सामाजिक जीवन पर असर डाल सकते हैं. परिजनों से विवाद और सहकर्मियों से मतभेद की स्थिति बन सकती है. कामकाज में बाधाएं आ सकती हैं. उपाय के तौर पर पितरों का नियमित तर्पण करना शुभ माना गया है.
2. कन्या राशि
कन्या राशि वालों को इस दौरान सेहत संबंधी दिक्कतों से जूझना पड़ सकता है. हड्डियों में दर्द, पाचन की गड़बड़ी और मानसिक तनाव हो सकता है. ग्रहण का असर इतना गहरा हो सकता है कि आपका आत्मविश्वास भी डगमगा जाए. इस समय कोई बड़ा फैसला न लें और निवेश टालना ही बेहतर है. श्राद्ध और तर्पण करने से हालात संतुलित हो सकते हैं.