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Pitru Paksha 2025: साल 2025 का पितृपक्ष सिर्फ धार्मिक दृष्टि से ही नहीं बल्कि खगोलीय दृष्टि से भी खास है. दोनों ग्रहणों का असर हर राशि पर अलग-अलग होगा, लेकिन मिथुन, कन्या और मकर राशि वालों को सबसे ज्यादा सतर्क रहने की ज़रूरत है, अगर आप भी इन राशियों में से एक हैं तो पितरों का तर्पण, श्राद्ध और पिंडदान ज़रूर करें. यह उपाय ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव को कम करने में मददगार होंगे और पूर्वजों का आशीर्वाद परिवार में सुख-शांति बनाए रखेगा.

Pitru paksha 2025: हिंदू धर्म में पितृपक्ष को बेहद खास समय माना गया है, जब लोग अपने पितरों को याद कर उनकी आत्मा की शांति के लिए तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध करते हैं. ऐसा कहा जाता है कि इस दौरान पूर्वज धरती पर आकर अपने वंशजों को आशीर्वाद देते हैं. साल 2025 का पितृपक्ष और भी खास है क्योंकि इसमें 16 दिनों की अवधि में दो बड़े खगोलीय घटनाएं घटेंगी – पहला चंद्र ग्रहण और दूसरा सूर्य ग्रहण. ज्योतिष के अनुसार यह संयोग बेहद दुर्लभ है और इसका असर कुछ राशियों पर नकारात्मक रूप से पड़ सकता है. आइए जानते हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से इस साल पितृपक्ष की तिथियां, ग्रहण का असर और किन राशियों को इस समय सतर्क रहने की ज़रूरत है.
साल 2025 में पितृपक्ष के दौरान दो ग्रहण
इस साल पितृपक्ष की शुरुआत 7 सितंबर से हो चुकी है और समापन 21 सितंबर को सर्वपितृ अमावस्या पर होगा. खास बात यह है कि इसकी शुरुआत चंद्रग्रहण से होई है और अंत सूर्यग्रहण से होगा.
यह योग लगभग 100 साल बाद बन रहा है, इसलिए इसे बेहद दुर्लभ और प्रभावशाली माना जा रहा है.
इन राशियों को रहना होगा सावधान
1. मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए यह पितृपक्ष कठिनाइयों भरा हो सकता है. दोनों ग्रहण आपके रिश्तों और सामाजिक जीवन पर असर डाल सकते हैं. परिजनों से विवाद और सहकर्मियों से मतभेद की स्थिति बन सकती है. कामकाज में बाधाएं आ सकती हैं. उपाय के तौर पर पितरों का नियमित तर्पण करना शुभ माना गया है.
मिथुन राशि के जातकों के लिए यह पितृपक्ष कठिनाइयों भरा हो सकता है. दोनों ग्रहण आपके रिश्तों और सामाजिक जीवन पर असर डाल सकते हैं. परिजनों से विवाद और सहकर्मियों से मतभेद की स्थिति बन सकती है. कामकाज में बाधाएं आ सकती हैं. उपाय के तौर पर पितरों का नियमित तर्पण करना शुभ माना गया है.
2. कन्या राशि
कन्या राशि वालों को इस दौरान सेहत संबंधी दिक्कतों से जूझना पड़ सकता है. हड्डियों में दर्द, पाचन की गड़बड़ी और मानसिक तनाव हो सकता है. ग्रहण का असर इतना गहरा हो सकता है कि आपका आत्मविश्वास भी डगमगा जाए. इस समय कोई बड़ा फैसला न लें और निवेश टालना ही बेहतर है. श्राद्ध और तर्पण करने से हालात संतुलित हो सकते हैं.
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