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Navratri Vastu Tips: देवघर के ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने कहां की नवरात्रि के समय वास्तु शास्त्र का विशेष ध्यान रखना आवश्यक होता है, अन्यथा जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. आइए जानते हैं किन बातों को ध्यान रखना चाहिए.
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने Bharat.one के संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा कि इस साल शारदीय नवरात्र 22 सितंबर से प्रारंभ हो रहा है. 2 अक्टूबर तक नवरात्रि चलने वाला है. नवरात्री के दौरान कुछ चीजों का जैसे वास्तु, साफ सफाई, ध्यान रखना अति आवश्यक होता है. अन्यथा पूजा का शुभ फल की प्राप्ति नहीं होगी. वास्तु के अनुसार पूजा करने से यह न केवल मां दुर्गा की कृपा पाने का श्रेष्ठ माध्यम है, बल्कि नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और घर में सुख, शांति एवं समृद्धि लाने का प्रभावशाली उपाय भी है.
कलश स्थापना की सही दिशा: घट स्थापना के लिए वास्तु में पूजा स्थल की उत्तर-पूर्व की दिशा को सबसे शुभ माना गया है. इसके साथ ही मातारानी की मूर्ति या फोटो को भी उत्तर-पूर्व दिशा में इस तरह से रखें कि साधन का मुख पूर्व या उत्तर दिशा की ओर हो.
अखंड ज्योत के उपाय: अगर आप नवरात्रि में अखंड ज्योत रखते हैं, तो इसे हमेशा दक्षिण-पूर्व दिशा की ओर रखे. वास्तु के मुताबिक, इसे अखंड ज्योत जलाने की सही दिशा बताई गई है.
साफ सफाई का रखें ध्यान: नवरात्र के दिनों में पूरे घर का साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें. अन्यथा मां दुर्गा रुष्ट हो सकती हैं.
मैंने अपने 12 वर्षों के करियर में इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट और डिजिटल मीडिया में काम किया है। मेरा सफर स्टार न्यूज से शुरू हुआ और दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर डिजिटल और Bharat.one तक पहुंचा। रिपोर्टिंग से ले…और पढ़ें
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Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.