Home Dharma Sharadiya Navratri Vastu based worship brings Maa Durga blessings

Sharadiya Navratri Vastu based worship brings Maa Durga blessings

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Navratri Vastu Tips: देवघर के ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने कहां की नवरात्रि के समय वास्तु शास्त्र का विशेष ध्यान रखना आवश्यक होता है, अन्यथा जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. आइए जानते हैं किन बातों को ध्यान रखना चाहिए.

परमजीत/देवघरः महलया के साथ ही नवरात्र का आरंभ होने वाला है. इस साल नवरात्रि नौ नहीं बल्कि 10 दिनों तक रहने वाला है. इन नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा पूरी विधि विधान के साथ की जायेगी. इससे मां दुर्गा व्रत प्रसंग होती है और भक्त पर अपनी कृपा बरसाती हैं. वही नवरात्र के पहले दिन यानी जिस दिन कलश स्थापना घर में करेंगे, उस दिन वास्तु के अनुसार कुछ खास ध्यान रखना पड़ता है. अन्यथा पूजा का सकारात्मक नहीं बल्कि नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है. वास्तु के अनुसार क्या-क्या ध्यान रखना चाहिए जानते हैं देवघर के ज्योतिषाचार्य से.
क्या कहते हैं देवघर के ज्योतिषाचार्य
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने Bharat.one के संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा कि इस साल शारदीय नवरात्र 22 सितंबर से प्रारंभ हो रहा है. 2 अक्टूबर तक नवरात्रि चलने वाला है. नवरात्री के दौरान कुछ चीजों का जैसे वास्तु, साफ सफाई, ध्यान रखना अति आवश्यक होता है. अन्यथा पूजा का शुभ फल की प्राप्ति नहीं होगी. वास्तु के अनुसार पूजा करने से यह न केवल मां दुर्गा की कृपा पाने का श्रेष्ठ माध्यम है, बल्कि नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और घर में सुख, शांति एवं समृद्धि लाने का प्रभावशाली उपाय भी है.
नवरात्री में वास्तु का रखें विशेष ध्यान
कलश स्थापना की सही दिशा: घट स्थापना के लिए वास्तु में पूजा स्थल की उत्तर-पूर्व की दिशा को सबसे शुभ माना गया है. इसके साथ ही मातारानी की मूर्ति या फोटो को भी उत्तर-पूर्व दिशा में इस तरह से रखें कि साधन का मुख पूर्व या उत्तर दिशा की ओर हो.

अखंड ज्योत के उपाय: अगर आप नवरात्रि में अखंड ज्योत रखते हैं, तो इसे हमेशा दक्षिण-पूर्व दिशा की ओर रखे. वास्तु के मुताबिक, इसे अखंड ज्योत जलाने की सही दिशा बताई गई है.

मां दुर्गा की मूर्ति या चित्र का स्थान: नवरात्रि पर मां दुर्गा की मूर्ति या फोटो का चुनाव करते समय दिशा का विशेष ध्यान रखना चाहिए. वास्तु के अनुसार, देवी दुर्गा की मूर्ति को उत्तर-पूर्व की दिशा में इस तरह रखना चाहिए कि साधक का मुख पूरब या उत्तर दिशा की तरफ हो. इससे पूजा में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहेगा.

साफ सफाई का रखें ध्यान: नवरात्र के दिनों में पूरे घर का साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें. अन्यथा मां दुर्गा रुष्ट हो सकती हैं.

Amit ranjan

मैंने अपने 12 वर्षों के करियर में इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट और डिजिटल मीडिया में काम किया है। मेरा सफर स्टार न्यूज से शुरू हुआ और दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर डिजिटल और Bharat.one तक पहुंचा। रिपोर्टिंग से ले…और पढ़ें

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कलश स्थापना की दिशा से लेकर मूर्ति रखने का स्थान, ज्योतिषी से जानें

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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