Sun In 6th House Effects: सूर्य हमारी कुंडली में सबसे महत्वपूर्ण ग्रहों में से एक माना जाता है. यह हमारी ऊर्जा, आत्मविश्वास, व्यक्तित्व और स्वास्थ्य का प्रतिनिधित्व करता है. जब सूर्य छठे भाव में होता है, तो इसका असर खासतौर पर हमारे काम, नौकरी, स्वास्थ्य और रोजमर्रा की चुनौतियों पर पड़ता है. छठा भाव संघर्ष, प्रतिस्पर्धा, बीमारी और सेवाकार्य से जुड़ा होता है. इसलिए सूर्य का यहां होना जीवन में उतार-चढ़ाव, लेकिन सुधार की क्षमता भी लाता है. सूर्य छठे भाव में होने पर व्यक्ति में अनुशासन, मेहनत और संघर्ष करने की ताकत बढ़ती है. साथ ही यह दूसरों की मदद करने और समस्याओं का समाधान ढूंढ़ने की प्रवृत्ति को भी मजबूत करता है. हालांकि, यह स्थिति तनाव, स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों और विरोधियों से जूझने की स्थितियों को भी ला सकती है. इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानेंगे भोपाल निवासी ज्योतिषी, वास्तु विशेषज्ञ एवं न्यूमेरोलॉजिस्ट हिमाचल सिंह कि सूर्य छठे भाव में होने पर कौन-कौन से सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलते हैं. साथ ही, हम कुछ आसान उपाय भी बताएंगे, जिन्हें अपनाकर आप इस स्थिति के नकारात्मक असर को कम कर सकते हैं और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं.
1. मजबूत स्वास्थ्य और रोग प्रतिरोधक क्षमता:
सूर्य छठे भाव में होने से शरीर में रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ती है. व्यक्ति जल्दी ठीक हो जाता है और सामान्य बीमारियां कम प्रभावित करती हैं.
2. काम में अनुशासन और मेहनत:
इस स्थिति में लोग अपने काम में ज्यादा अनुशासित और मेहनती होते हैं. चुनौतीपूर्ण कार्यों को भी आसानी से पूरा कर सकते हैं.

3. संघर्ष और समस्याओं का सामना:
सूर्य छठे भाव में होने से व्यक्ति में धैर्य और साहस आता है. मुश्किलों और प्रतिस्पर्धा का सामना करने की क्षमता मजबूत होती है.
4. दूसरों की मदद और सेवा भाव:
इस स्थिति में व्यक्ति दूसरों की मदद करने और सामाजिक कार्यों में शामिल होने के लिए प्रेरित होता है.
सूर्य छठे भाव में: नकारात्मक प्रभाव
1. तनाव और मानसिक दबाव:
सूर्य का छठे भाव में होना कभी-कभी मानसिक दबाव और चिंता को बढ़ा सकता है.
2. स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां:
इस स्थिति में पेट, पाचन और हृदय संबंधी समस्याएं देखने को मिल सकती हैं.
3. प्रतिस्पर्धा और विरोधी:
जीवन में प्रतियोगिता और विरोधियों से जूझने की स्थितियां बढ़ सकती हैं.
4. साहस और आत्मविश्वास में उतार-चढ़ाव:
व्यक्ति कभी-कभी अपने निर्णयों पर संदेह कर सकता है और आत्मविश्वास कमजोर हो सकता है.
उपाय जो मदद कर सकते हैं
1. सूर्य को ताजगी देने वाले रंगों का प्रयोग:
लाल और सुनहरे रंग के कपड़े पहनने से ऊर्जा और आत्मविश्वास बढ़ता है.
2. सकारात्मक दिनचर्या अपनाएं:
रोज सुबह सूर्योदय के समय सूर्य को देखकर प्रणाम करना और हल्की एक्सरसाइज करना लाभदायक होता है.
3. दान और सेवा कार्य:
गरीबों और जरूरतमंदों को फल, वस्त्र या मदद देना सूर्य के नकारात्मक असर को कम करता है.
4. सूर्य मंत्र का जाप:
“ॐ सूर्याय नमः” मंत्र का नियमित जाप करने से मानसिक शांति और ऊर्जा मिलती है.
5. स्वास्थ्य पर ध्यान:
संतुलित आहार, पर्याप्त नींद और योग या प्राणायाम स्वास्थ्य में सुधार लाने में मदद करते हैं.