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Surya Grahan 2025 21 September: 21 सितंबर को सूर्य ग्रहण लगेगा, उस दिन सर्व पितृ अमावस्या भी है. सर्व पितृ अमावस्या में पितरों के लिए तर्पण और श्राद्ध करते हैं. लेकिन सूर्य ग्रहण की वजह से तर्पण और श्राद्ध कैसे होगा? आइए पंडित जी से जानते हैं इसके बारे में.

ज्योतिषाचार्य डॉ तिवारी का कहना है कि सर्व पितृ अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण लग रहा है. यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा. सबसे पहले जानते हैं कि सर्व पितृ अमावस्या कब से कब तक है और सूर्य ग्रहण का समय क्या है. इससे पितरों के तर्पण और श्राद्ध का पता चल जाएगा.
सूर्य ग्रहण समय और सूतक काल
21 सितंबर को सूर्य ग्रहण रात में 10 बजकर 59 मिनट पर शुरू होगा और यह 22 सितंबर सोमवार को तड़के 3:23 बजे खत्म होगा. सूर्य ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पहले प्रारंभ होता है, इस आधार पर सूर्य ग्रहण का सूतक अमावस्या को सुबह 10 बजकर 59 मिनट से प्रारंभ होना चाहिए, लेकिन यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. ऐसे में सूर्य ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा.
बेझिझक करें पितरों का तर्पण और श्राद्ध
सर्वार्थ सिद्धि योग में सर्व पितृ अमावस्या
उस दिन स्नान और दान के लिए सबसे अच्छा समय ब्रह्म मुहूर्त 04:34 ए एम से 05:22 ए एम तक है. सर्व पितृ अमावस्या का अभिजीत मुहूर्त 11:50 ए एम से दोपहर 12:38 पी एम तक है.
कार्तिकेय तिवारी Hindi Bharat.one Digital में Deputy News Editor के पद पर कार्यरत हैं. वर्तमान में धर्म, ज्योतिष, वास्तु और फेंगशुई से जुड़ी खबरों पर काम करते हैं. पत्रकारिता में 12 वर्षों का अनुभव है. डिजिटल पत्रक…और पढ़ें
कार्तिकेय तिवारी Hindi Bharat.one Digital में Deputy News Editor के पद पर कार्यरत हैं. वर्तमान में धर्म, ज्योतिष, वास्तु और फेंगशुई से जुड़ी खबरों पर काम करते हैं. पत्रकारिता में 12 वर्षों का अनुभव है. डिजिटल पत्रक… और पढ़ें