Vastu Tips For Wall Clock: कई बार ऐसा होता है कि हम मेहनत तो पूरी लगन से करते हैं, लेकिन किस्मत साथ नहीं देती. काम बिगड़ जाते हैं, रिश्तों में खटास आ जाती है या पैसों की कमी कभी खत्म नहीं होती. ऐसे वक्त में लोग अक्सर कहते हैं -“समय खराब चल रहा है,” लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस बुरे समय के पीछे आपके घर की एक दीवार पर लगी घड़ी भी वजह हो सकती है? वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर में घड़ी सिर्फ समय देखने का जरिया नहीं है, बल्कि ये आपकी किस्मत को प्रभावित करने वाला एक महत्वपूर्ण तत्व है. गलत दिशा या टूटी हुई घड़ी घर में नकारात्मक ऊर्जा फैलाती है और तरक्की में रुकावट डाल सकती है. जबकि सही दिशा और आकार की घड़ी सुख-समृद्धि, उन्नति और खुशहाली का संकेत देती है. अगर आप भी चाहते हैं कि आपका बुरा वक्त खत्म हो और जीवन में तरक्की के रास्ते खुलें, तो दीवार पर घड़ी लगाने से पहले ये वास्तु नियम जरूर जान लें. आइए जानते हैं ज्योतिषाचार्य अंशुल त्रिपाठी से.
घड़ी दक्षिण दिशा में भूलकर भी न लगाएं
अगर आपके घर की दक्षिण दिशा की दीवार पर घड़ी लगी है, तो उसे तुरंत हटा दें. वास्तु के अनुसार, दक्षिण दिशा पितरों और यमराज की मानी जाती है. इस दिशा में समय देखना अशुभ होता है, जिससे जीवन में रुकावटें बढ़ सकती हैं. माना जाता है कि इस दिशा में घड़ी लगाने से परिवार की उन्नति रुक जाती है और घर के लोगों को बार-बार परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसलिए इस दिशा में घड़ी लगाना सख्त मना है.
इन दिशाओं में लगाएं घड़ी-मिलेगी तरक्की
वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर में पूर्व, पश्चिम या उत्तर दिशा में घड़ी लगाना बेहद शुभ माना गया है.
-उत्तर दिशा: धन, करियर और उन्नति से जुड़ी दिशा मानी जाती है. यहां घड़ी लगाने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है.
-पूर्व दिशा: यह दिशा सूर्य की है, जो नई ऊर्जा और शुरुआत का प्रतीक है. इस दिशा में घड़ी लगाना जीवन में सकारात्मकता लाता है.
-पश्चिम दिशा: यहां घड़ी लगाने से स्थिरता और लंबे समय तक सफलता मिलती है.
अगर आप इन दिशाओं में सही घड़ी लगाते हैं, तो घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है और सुख-समृद्धि बढ़ती है.
मुख्य दरवाजे के ऊपर न लगाएं घड़ी
कई लोग घर के मेन गेट या दरवाजे के ऊपर घड़ी लगा देते हैं, लेकिन वास्तु के हिसाब से यह बहुत गलत माना गया है. ऐसा करने से घर में आने-जाने वाले लोगों की ऊर्जा प्रभावित होती है. साथ ही, इससे घर के माहौल में अस्थिरता आती है और पैसों की कमी भी बढ़ सकती है, अगर आप चाहते हैं कि घर में प्रवेश करते समय आपकी नजर घड़ी पर पड़े, तो उसे इस तरह लगाएं कि वो मेन गेट के सामने की दीवार पर हो, लेकिन उसकी दिशा दक्षिण बिल्कुल नहीं होनी चाहिए.

घर में कभी न लगाएं टूटी या बंद घड़ी
टूटी या रुकी हुई घड़ी वास्तु के अनुसार बहुत अशुभ मानी जाती है, अगर घड़ी का कांच टूटा हुआ है, या वह चल नहीं रही है, तो तुरंत उसे बदल दें. ऐसी घड़ी घर में नकारात्मक ऊर्जा लाती है और जीवन में रुकावटें बढ़ाती है.
इसके अलावा, धीरे चलने वाली घड़ी भी शुभ नहीं मानी जाती. यह तरक्की की रफ्तार को धीमा कर देती है और पैसों की दिक्कतें बढ़ा सकती है. इसलिए जब भी घड़ी की सेल खत्म हो जाए, तुरंत बदलवा लें ताकि घड़ी हमेशा सही समय दिखाए.
वास्तु के अनुसार शुभ घड़ी कैसी होनी चाहिए
घड़ी खरीदते समय सिर्फ डिजाइन और ब्रांड पर ध्यान न दें, बल्कि उसका आकार और रंग भी बहुत मायने रखता है.
-गोल, अंडाकार या अष्टकोणीय घड़ी घर में शुभ मानी जाती है.
-पेंडुलम वाली घड़ी (झूलने वाला पेंडुलम) सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाती है.
-सफेद, हल्का नीला या सिल्वर रंग की घड़ी शांति और स्थिरता का प्रतीक है.
इनमें से किसी भी आकार या रंग की घड़ी अगर सही दिशा में लगाई जाए तो घर में खुशहाली, तरक्की और अच्छे अवसर आने लगते हैं.
घड़ी का समय हमेशा आगे रखें
वास्तु के अनुसार, आपकी घड़ी का समय कभी पीछे नहीं होना चाहिए, अगर आप चाहें तो 1-2 मिनट आगे रख सकते हैं, लेकिन कभी भी पीछे नहीं. पीछे चलने वाली घड़ी से जीवन में रुकावटें आती हैं और इंसान हमेशा पिछड़ता रहता है. वहीं, आगे चलने वाली घड़ी सकारात्मक संकेत देती है और सफलता की ओर बढ़ने में मदद करती है. इसलिए समय को हमेशा सही या थोड़ा आगे रखना शुभ माना गया है.