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Bihadi Lapsi Food Recipe: बुंदेलखंड में एक ऐसी पारंपरिक डिश बनाई जाती है, जिसे स्थानीय लोग ताकत का भंडार कहते हैं. इसे चाहे खाने की तरह खाएं या नाश्ते में इसका स्वाद जबरदस्त है. यह शुद्ध देसी व्यंजन है. जानें बनाना….
बुंदेलखंड में एक ऐसी भी डिश बनाई जाती है जो हर त्योहार में खाई जाती है. दरअसल, बिड़ही-लप्सी की बात ही अलग है, जो दशकों से यहां एक पारंपरिक डिश के तौर पर खाई जाती है. इस देसी डिश ताकत का भंडार माना जाता है.
इस डिश को अलग-अलग नाम से जाना जाता है. छतरपुर में इसे क्षेत्रीय भाषा में बिड़ही कहा जाता है. हालांकि, इसे बेढ़ई, बेड़मी के नाम से भी जाना जाता है.
इस डिश को बनाने के लिए आपके पास चना और उड़द की दाल होनी चाहिए. अदरक, हरी मिर्च, सौंफ, काली मिर्च, सूखी लाल मिर्च, सूखी धनिया, सूखी मेथी, नमक, छोटा सा टुकड़ा हींग, हल्दी पाउडर और अमचूर पाउडर होना चाहिए.
सबसे पहले आधी कटोरी भीगी हुई चना दाल लें. साथ ही 2 से 3 चम्मच मूंग दाल ले लें. अब इसे मिक्सी या सिलबट्टे में पीस लें. पिसी हुई दाल की पकड़ मजबूत करने के लिए इसमें आलू भी मिलाया जाता है.
इसके बाद कढ़ाई में पिसी दालों के साथ आलू मिला लें. जैसे आलू पराठा का मसाला बनाते हैं वैसे ही इसको बनाना होता है.
इसके बाद इस दाल में डलने वाले मसाले भून लें. 20 से 25 काली मिर्च , सूखी लाल मिर्च , सूखी धनिया, नमक , छोटा सा टुकड़ा हींग, हल्दी पाउडर, 2 से 3 चम्मच सौंफ इन सभी को तवा में भून लें.
भुने हुए मसाले को चना-उड़द दाल वाले मिक्स पेस्ट में मिलाकर गर्म करें. समोसे और आलू पराठा में जो मसाला बनाया जाता है, वैसे ही इसका मसला भी आपको तैयार कर लेना है. क्योंकि आपको आगे आटे की लोई में इसको भरना होता है.
रोटी में मसाला भरने के बाद आप इसे रोटी की तरह बना सकते हैं या फिर इसको तेल में पूड़ी की तरह बना सकते हैं. छतरपुर बुंदेलखंड में बिड़ही को रोटी के तौर पर खाया जाता है. जिसे घी में डुबोकर रखा जाता है. फिर इसे लप्सी के साथ खाया जाता है. हालांकि, बिड़ही को रोटी और पूड़ी दोनों की तरह बनाकर खा सकते हैं. छतरपुर जिले में बिड़ही रोटी या पूड़ी को लप्सी के साथ खाना पसंद करते हैं.
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