देहरादून. शादी- विवाह के खास मौके पर जब मुंह मीठा करने की बात होती है, तो लोग तरह -तरह की मिठाइयां बनाते हैं. वहीं उत्तरप्रदेश में गुलगुले, कश्मीर में रोथ बनाने का रिवाज है तो उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में गढ़वाल की एक पारंपरिक मिठाई बनाई जाती है, जिसे रोटना कहा जाता है. कई लोग इसे पहाड़ी बिस्किट भी कहते हैं. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून की रहने वाली सुषमा बछेती ने Bharat.one को जानकारी देते हुए कहा कि उत्तराखंड के पहाड़ों की संस्कृति बहुत अनूठी है. यहां के खानपान को भी लोग काफी ज्यादा पसंद करते हैं. यहां पहाड़ी बिस्किट जो पूरी तरह से हेल्दी होते हैं, जिसे रोटना कहा जाता है. इसको शुभ कार्यों में बनाने की परंपरा है. उन्होंने बताया कि पहाड़ में आटे और गुड़ से रोटना तैयार किए जाते हैं और हर तीज-त्यौहार पर इन्हें बनाया जाता है. अगर आप भी मीठा खाने के शौकीन हैं, तो आपको यह पसंद आएंगे.
सुषमा ने बताया कि रोटना बनाने के लिए सबसे पहले गुड़ और पानी से चाशनी तैयार की जाती है. फिर इसमें गेंहू का आटा, घी, सौंफ, तिल, और नारियल डालकर इसे गूंथकर 10 मिनट के लिए छोड़ दिया जाता है. इसके बाद छोटे- छोटे लड्डु बनाकर सांचो में डालकर इनके आकर दिए जाते हैं और तेल में इन्हें फ्राई करके ठंडा होने के लिए छोड़ दिया जाता है. यह बिस्किट की तरह नजर आता है. कहा जाता है कि जब शादी के बाद लड़की मायके से ससुराल आती है, तो उसे रोटना दिए जाते हैं. बेटियां मुंह मीठा करवाने के लिए इन्हें ले जाती हैं. इसके अलावा जब दिवाली- होली जैसे बड़े त्योहारों पर जिस तरह लोग लड्डू, बर्फी और रसगुल्ले की मिठाइयां ले जाते हैं, लेकिन पहाड़ों में अपनों का मीठा मुंह करवाने के लिए रोटना ही उपयोग होते हैं. अगर आप भी इन्हें लेना चाहते हैं तो आप https://www.instagram.com/namakwali?igsh=MTJ4eHhoYXkzZnp1YQ== पर संपर्क कर सकते हैं.
FIRST PUBLISHED : November 13, 2024, 14:52 IST
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/recipe-traditional-rotana-of-garhwal-sweetens-the-mouth-in-every-happiness-local18-8830501.html