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मैदा नहीं…दद्दा जी की दुकान में मिलती आलू की जलेबी, 350 साल पुराना स्वाद; व्रत में भी कर सकते हैं सेवन

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निर्मल कुमार राजपूत /मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा के गोवर्धन में आपको खाने पीने की कई डिश मिल जाएगी. आप अगर व्रत है और आपका जलेबी खाने का मन है, तो यहां की जलेबी भरपेट खा सकते हैं. ये जलेबी आलू की बनती है. दिखने में जितनी कृस्पी होती, उतनी ही खाने में भी लजीज है. हर दिन करीब 200 प्लेट सेल हो जाती हैं.

आलू की कचौड़ी तो आपने बहुत खाई होंगी. लेकिन, गोवर्धन में आलू की जलेबी खाने को मिलती है. इतना ही नहीं, इस जलेबी को अब व्रत में भी खा सकते हैं. इससे आपका व्रत भी नहीं टूटेगा.  ये जलेबी आपको गोवर्धन के जतीपुरा स्थित दद्दा जी मिष्ठान भंडार पर मिल जाएगी. दुकान संचालक महेंद्र ने बताया कि जतीपुरा के मुखरबिंद मंदिर से पहले ये दुकान है. दुकान करीब 350 साल पुरानी है. हमारे पूर्वजों ने इस दुकान को शुरू किया था. उन्होंने बताया कि इस दुकान का संचालन पांचवी पीढ़ी कर रही है.

250 साल पुरानी है दुकान
महेंद्र ने बताया कि 250 साल से आलू की जलेबी बनाते चले आ रहे हैं. इसको बनाने में आलू, सिंघाड़े का आटा, चीनी और मावा का इस्तेमाल करते हैं. इस पूरी प्रक्रिया में करीब तीन घंटे का समय लगता है. महेन्द्र ने कहा कि भगवान के दर्शन और भोग लगाने के बाद ही आलू की जलेबी बेचना शुरू करते हैं. प्रतिदिन करीब 15-20 किलो आलू की जलेबी बेच देते हैं. अगर कोई त्यौहार है, तो करीब 40 – 50 किलो जलेबी बिक जाती है. जलेबी शुद्ध देशी घी से बनाई जाती है. इसकी कीमत 400 रुपये प्रति किलो है.

व्रत में भी खा सकते हैं आलू की जलेबी
ग्राहक कृष्ण कांत गर्ग ने कहा कि आलू की जलेबी आपको पूरे देश में यहीं मिलेगी. यहां की जलेबी जग प्रसिद्ध है. व्रत रहने वाले भी इस जलेबी का आनंद उठाते हैं. गर्ग ने कहा कि खाने में बेहद स्वादिष्ट है ये आलू की जलेबी. स्वाद के आगे इसकी कीमत भी फीकी लगती है.


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/recipe-potato-jalebi-recipe-aloo-jalebi-available-in-dadda-jis-shop-mathura-eat-during-fasting-8519501.html

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