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Lassi Of Shahjahanpur : यूपी के बनारस और मध्य प्रदेश के भोपाल की लस्सी के विदेशी भी दीवाने हैं. लेकिन शहीद नगरी शाहजहांपुर की मक्खन लस्सी भी लोगों को खूब पसंद आती है. इस लस्सी का स्वाद लेने के लिए लखनऊ और दिल्ल…और पढ़ें
मक्खन लस्सी
हाइलाइट्स
- शाहजहांपुर की मक्खन लस्सी मशहूर है.
- लखनऊ और दिल्ली से लोग लस्सी पीने आते हैं.
- लस्सी बिना बर्फ के डीप फ्रीजर में ठंडी की जाती है.
शाहजहांपुर: गर्मी के मौसम में शाहजहांपुर में अगर किसी चीज की सबसे ज्यादा चर्चा होती है, तो वह है यहां की मशहूर लस्सी. शहर की गलियों से लेकर मुख्य चौराहों तक, आपको लस्सी के दीवाने हर जगह मिल जाएंगे. दही, चीनी और बिना बर्फ से बनी यह ठंडी और मीठी लस्सी न सिर्फ लोगों को गर्मी से राहत दिलाती है, बल्कि इसका स्वाद भी ऐसा है कि लोग दूर-दूर से इसे पीने आते हैं. आइए जानते हैं शाहजहांपुर की कुछ ऐसी ही खास लस्सी दुकानों के बारे में, जिनका स्वाद आज भी लोगों की जुबान पर बरकरार है.
मक्खन लस्सी बनाने वाले गोविंद गुप्ता ने बताया कि 2004 में उन्होंने शुभ दीया स्वीट्स नाम से दुकान शुरू की थी. शुरूआती दिनों से ही वो मक्खन लस्सी बेचने का काम करते चले आ रहे हैं. उस वक्त लस्सी के एक गिलास की कीमत 7 रूपये हुआ करती थी जो बढ़ती महंगाई के साथ आज 55 रूपये प्रति ग्लास बिक रही है.
बिना बर्फ के ठंडी की जाती है लस्सी
मक्खन लस्सी को तैयार करने के लिए 2 क्विंटल दूध लेकर उसको धीमी आंच पर उबालते हैं. उबालने के बाद उसे को हल्का ठंडा करने के बाद उसका दही तैयार किया जाता है फिर उस दही में स्वाद के अनुसार चीनी मिलाकर उसकी लस्सी बना ली जाती है. लस्सी को ठंडा करने के लिए बर्फ का इस्तेमाल नहीं करते हैं. लस्सी को डीप फ्रीजर में ठंडा किया जाता है. ग्राहक द्वारा ऑर्डर देने पर लस्सी को गिलास में निकाल कर उसके ऊपर ढेर सारा मक्खन लगाया जाता है और उसके ऊपर फ्लेवर देने के लिए रूहआफजा डालते हैं. गोविंद गुप्ता का कहना है कि वह लस्सी बनाने में किसी भी तरह का केमिकल इस्तेमाल नहीं करते और ओरिजिनल टेस्ट ग्राहकों को दिया जाता है.
4-5 जिलों से आते हैं लोग
श्री बंसी वाला मक्खन लस्सी बनाने वाले गोविंद गुप्ता ने बताया कि उनकी लस्सी इतनी फेमस है कि उनके यहां आसपास के 4-5 जिलों के भी लोग लस्सी पीने के लिए आते हैं. उनके यहां रोजाना 1000 से 1200 ग्लास लस्सी की बिक्री होती है. इस लस्सी की खास बात यह है कि यह लस्सी मिट्टी के कुल्हड़ में ग्राहक को दी जाती है और कुल्हड़ में की हुई पैकिंग 2 से 3 घंटे तक लस्सी के स्वाद को बरकरार रखती है जो लोग पैक करा कर अपने घरों पर भी ले जाते हैं.
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