Tuesday, October 7, 2025
28 C
Surat

Bharatpur News : भरतपुर मेले में ‘खजला’ का मीठा जादू, साल में सिर्फ एक बार मिलने वाली मिठाई बनी आकर्षण का केंद्र


Last Updated:

Khajala sweet : भरतपुर के श्री जसवंत प्रदर्शनी एवं पशु मेले में इस बार भी लोगों की मिठास बनी है खजला. उत्तर प्रदेश से आए कारीगरों द्वारा तैयार की गई यह पारंपरिक मिठाई साल में सिर्फ एक बार ही बनती है. कुरकुरी परतों और मीठे स्वाद से भरपूर खजला अब मेले की पहचान बन चुका है.

news 18

भरतपुर का श्री जसवंत प्रदर्शनी एवं पशु मेला न केवल सांस्कृतिक कार्यक्रमों झूलों और मनोरंजन का केंद्र है. बल्कि यहां मिलने वाली पारंपरिक मिठाइयां भी लोगों को खूब आकर्षित करती हैं. अब मेले में एक ऐसी खास मिठाई लोगों का ध्यान खींच रही है. जो साल भर में सिर्फ एक बार ही बनती है और वह है, खजला खजला एक पारंपरिक मिठाई है. जिसे उत्तर प्रदेश के कुशल कारीगर अपने खास तरीके से तैयार करते हैं.

newe 18

इस मिठाई को बनाने में विशेष मेड और चीनी का प्रयोग किया जाता है. इसकी सबसे बड़ी खासियत इसका कुरकुरा और परतदार स्वाद है. बाहर से यह खस्ता और अंदर से हल्की मीठी परतों वाली होती है. जिसे खाने के बाद मुंह में मिठास लंबे समय तक बनी रहती है. यह मिठाई आम दिनों में बाजार में नहीं मिलती इसे केवल साल में एक बार भरतपुर में लगने वाले बड़े मेलों जैसे…

news 18

श्री जसवंत प्रदर्शनी एवं पशु मेला या हाट बाजारों में ही बनाया और बेचा जाता है. उत्तर प्रदेश के हाथरस आगरा और औरैया से आने वाले पारंपरिक हलवाई इस मौके पर भरतपुर पहुंचते हैं और अपने हुनर से इस दुर्लभ मिठाई को तैयार करते हैं. मेले में खजला के स्टॉल पर लोगों की खूब भीड़ उमड़ रही है. स्थानीय निवासी हों या बाहर से आने वाले लोग हर कोई इस अनोखी मिठाई का स्वाद लेने के लिए उत्सुक दिख रहा है.

news 18

दुकानदारों का कहना है कि खजला बनाने की प्रक्रिया काफी मेहनतभरी होती है. जिसमें कई घंटे लगते हैं. पहले आटे की पतली-पतली परतें बनाई जाती हैं. फिर उन्हें तेल में तला जाता है और आखिर में उस पर मीठी चाशनी की परत चढ़ाई जाती है. इसमें तीन से चार प्रकार के खजला बनते है. मीठा फीका नमकीन और मावा यह खजला मिठाइयों से अलग और खास होते हैं.

newe 18

भरतपुर में हर साल जब भी बड़ा मेला आयोजित होता है. तब खजला के आने की चर्चा पहले से ही शुरू हो जाती है. बुजुर्गों के अनुसार यह मिठाई पहले समय में राजघरानों और अमीर घरों में खास मौकों पर ही बनती थी लेकिन अब यह मेलों की पहचान बन चुकी है.

news 18

इस बार श्री जसवंत प्रदर्शनी एवं पशु मेला में भी खजला मिठाई लोगों के आकर्षण का मुख्य केंद्र बनी हुई है. जो एक बार इसका स्वाद ले लेता है. वह अगली बार मेले में आने पर इसे जरूर ढूंढता है. यही वजह है कि खजला अब भरतपुर के मेलों की एक मीठी परंपरा बन चुकी है. अगर बात करें इसकी कीमत की तो इसका भाव अलग-अलग होता है.

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homelifestyle

भरतपुर मेले में खजला का मीठा जादू, साल में एक बार मिलने वाली मिठाई


.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.

https://hindi.news18.com/photogallery/lifestyle/recipe-khajala-sweet-at-the-bharatpur-fair-local18-ws-kl-9707376.html

Hot this week

Topics

Karwa Chauth 2025। करवा चौथ व्रत पारण कब करें

Last Updated:October 07, 2025, 13:30 ISTKarwa Chauth 2025...
spot_img

Related Articles

Popular Categories

spot_imgspot_img