Sitafal Dessert Recipe: हर मौसम की कुछ खास चीजें होती हैं जो उसी वक्त मिलती हैं और उन्हें उसी वक्त इस्तेमाल करना सबसे सही रहता है. अक्टूबर-नवंबर के बीच जब त्योहारों की रौनक हर तरफ होती है, उसी वक्त एक खास फल बाज़ार में नजर आता है सीताफल. इसे कस्टर्ड एप्पल या शरीफा भी कहा जाता है. बहुत से लोग इसे सीधे खाना पसंद करते हैं, लेकिन कई ऐसे भी हैं जो इसके बीजों से झुंझलाते हैं और खाने से बचते हैं. पर अगर हम इसे किसी खास मिठाई में ढाल दें, तो वही फल लोगों की पसंद बन सकता है. आज हम बात कर रहे हैं सीताफल की बासुंदी की. यह रेसिपी ना सिर्फ आसान है, बल्कि खाने में इतनी लाजवाब लगती है कि आप इसे बार-बार बनाना चाहेंगे. खास बात ये है कि इसमें ना तो किसी महंगे इंग्रीडिएंट की जरूरत होती है और ना ही बहुत ज़्यादा समय लगता है. चलिए जानते हैं कि इस मौसम की खास मिठास, सीताफल बासुंदी, कैसे बनाई जाती है.
-फुल फैट दूध – 1 लीटर
-सीताफल (पका हुआ) – 2 मध्यम आकार के
-चीनी – ½ कप (स्वाद अनुसार)
-कॉर्नफ्लोर – 1 टेबलस्पून
-दही – 1 छोटा चम्मच (ऐच्छिक, गाढ़ेपन के लिए)
-पिस्ता/गुलाब की पत्तियां – सजावट के लिए (वैकल्पिक)
बनाने की विधि
1. दूध को गाढ़ा करना
सबसे पहले एक गहरे पैन में थोड़ा पानी डालें. फिर उसमें एक लीटर फुल फैट दूध डालें और मध्यम आंच पर उबलने के लिए रखें. अगर चाहें तो इसमें एक छोटा चम्मच दही डाल सकते हैं. इससे दूध फटेगा नहीं और हल्का-हल्का दाना आएगा जो बासुंदी को एक शानदार टेक्सचर देगा. जब दूध में उबाल आ जाए, तो इसे धीमी आंच पर पकने दें. धीरे-धीरे दूध गाढ़ा होता जाएगा.
2. सीताफल का पल्प निकालना
अब सीताफल लें, उसे छीलें और बीज निकालें. बीज निकालने के लिए एक छन्नी या हल्के चॉपर का इस्तेमाल किया जा सकता है. इससे बिना ज्यादा मेहनत किए, बीज अलग हो जाएंगे और केवल मुलायम पल्प बच जाएगा. सीताफल का पल्प तैयार कर के एक तरफ रख लें.
3. दूध में कॉर्नफ्लोर मिलाना
जब दूध करीब आधा रह जाए, तब एक अलग कटोरी में ½ कप ठंडा दूध लेकर उसमें 1 टेबलस्पून कॉर्नफ्लोर मिलाएं. इस घोल को उबलते दूध में डालें और लगातार चलाते रहें. इससे दूध और जल्दी गाढ़ा हो जाएगा और मलाईदार टेक्सचर आएगा.

4. मीठास और ठंडक
अब इसमें चीनी डालें. आधा कप चीनी आमतौर पर पर्याप्त होती है, लेकिन स्वाद अनुसार कम-ज्यादा कर सकते हैं. चीनी घुलने के बाद गैस बंद कर दें और दूध को पूरी तरह से ठंडा होने दें.
5. पल्प मिलाना और तैयार करना
जब दूध अच्छी तरह ठंडा हो जाए, तब उसमें सीताफल का पल्प डालें. ध्यान रहे, पल्प को ग्राइंड न करें, उसके फाइबर जैसे लच्छे बासुंदी में बहुत स्वादिष्ट लगते हैं. सब कुछ अच्छे से मिलाने के बाद इसे मिट्टी के प्यालों या कांच के बाउल में डालें. इसे 1-2 घंटे फ्रिज में रखें ताकि यह ठंडी-ठंडी सर्व की जा सके.
सजावट और सर्विंग टिप्स
बासुंदी को पिस्ता की कतरण या गुलाब की सूखी पत्तियों से सजाया जा सकता है. हालांकि, अगर आप सीताफल का असली स्वाद महसूस करना चाहते हैं तो किसी भी प्रकार का फ्लेवर (जैसे इलायची या केसर) ना डालें. इसका नेचुरल स्वाद ही इसकी सबसे बड़ी खूबी है.
फायदे भी खूब हैं
सीताफल में फाइबर और आयरन होता है, जो पेट के लिए और शरीर की ताकत के लिए बढ़िया होता है. दूध और सीताफल की ये जोड़ी एक हेल्दी डेज़र्ट का काम करती है स्वाद भी और ताकत भी.
छोटी-छोटी बातें, जो बड़ी काम की
-दूध में दही डालने से वह जल्दी गाढ़ा होता है
-सीताफल का पल्प ठंडे दूध में ही मिलाएं
-बीज निकालते वक्त चॉपर या छन्नी का सही उपयोग करें
-इस मिठाई को पहले से बना कर फ्रिज में रखना आसान है
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/recipe-sitafal-basundi-recipe-try-this-without-kesar-and-cardamom-custard-apple-dessert-on-diwali-ws-ekl-9758599.html