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Holi Special Sweet: इस मिठाई के बिना अधूरा है होली का त्योहार, भगवान श्री कृष्ण भी लेते थे इसका स्वाद, जानें Gujiya Recipe

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Holi Special Sweet: होली पर इस खास मिठाई बनाने और खाने की परंपरा है. इस मिठाई का हिन्दू धर्म में बहुत महत्व होता है. ये हर होली पर हर हिन्दू परिवार में बनाया जाता है.

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इस तरह देशी घी में गुजिया बनाई जाती है जिसे मेहमान खाते है 

हाइलाइट्स

  • होली पर खंडवा में गुजिया बनाना परंपरा है.
  • भगवान कृष्ण की प्रिय मिठाई है गुजिया.
  • गुजिया का इतिहास खंडवा से गहराई से जुड़ा है.

होली स्पेशल फूड. मध्य प्रदेश के खंडवा में होली का त्योहार रंगों और मिठास से भरा होता है. इस शहर की होली एक खास वजह से अनोखी मानी जाती है—यहां मेहमानों की खातिरदारी गुजिया खिलाकर की जाती है. गुजिया के बिना खंडवा की होली अधूरी मानी जाती है. हर घर में होली के मौके पर विशेष रूप से गुजिया बनाई जाती है और इसे मेहमानों को परोसा जाता है. निमाड़ क्षेत्र में इसे पारंपरिक मिठाई के रूप में विशेष स्थान प्राप्त है.

देशी घी में गुजिया बनाई जाती है
खंडवा के स्थानीय निवासी अटल निहुल अग्रवाल के अनुसार, गुजिया एक प्राचीन और पारंपरिक मिठाई है, जिसे भगवान कृष्ण की प्रिय मिठाई भी माना जाता है. हिंदू परिवारों में होली के दिन गुजिया का विशेष महत्व होता है. इसे न केवल घर के सदस्यों के लिए, बल्कि मेहमानों के लिए भी खासतौर पर तैयार किया जाता है. अग्रवाल ने बताया कि उनके परिवार में 1957 से यह परंपरा चली आ रही है कि होली पर विशेष रूप से गुजिया बनाई जाती है और इसे मेहमानों को परोसकर उनकी आवभगत की जाती है.

गुजिया कई प्रकार की बनती है मावे और खोपरा ओर खोया की भी
गुजिया बनाने की प्रक्रिया भी काफी रोचक होती है. इसे मैदे से तैयार किया जाता है, जिसमें विभिन्न प्रकार के सूखे मेवे, खोया और इलायची का मिश्रण भरा जाता है. इसके बाद इसे घी में तला जाता है, जिससे इसका स्वाद और भी लाजवाब हो जाता है. बाजार में गुजिया की कीमत करीब 560 रुपये प्रति किलो है. यह कई फ्लेवर में भी उपलब्ध होती है, जिससे लोग अपनी पसंद के अनुसार इसे खरीदते हैं. खंडवा के लोग इसे घर पर भी बनाते हैं, लेकिन अग्रवाल मिष्ठान भंडार की गुजिया का स्वाद लोगों को खास तौर पर पसंद आता है.

इसका इतिहास बहुत पुराना है
गुजिया का इतिहास भी खंडवा में गहराई से जुड़ा हुआ है. इसे एक शुभ मिठाई माना जाता है, जो समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक है. होली के दिन जब घर में मेहमान आते हैं, तो सबसे पहले उन्हें गुजिया खिलाकर उनका स्वागत किया जाता है. इस मिठाई की मिठास न केवल स्वाद में बल्कि आपसी प्रेम और सद्भावना को भी मजबूत करती है. खंडवा के लोग इसे एक परंपरा के रूप में मानते हैं और इसे पीढ़ी दर पीढ़ी निभाते आ रहे हैं.

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Holi Special Sweet: इस मिठाई के बिना अधूरा है होली का त्योहार, जानें Recipe


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