देहरादून: उत्तराखंड की पहाड़ियों में तैयार होने वाले व्यंजनों का स्वाद कुछ अलग ही होता है. हर त्यौहार या शुभ अवसर पर यहां उड़द की दाल के पकोड़े बनाए जाते हैं, जिनकी खुशबू और स्वाद लोगों को अपनी ओर खींच लेते हैं. उड़द की दाल को पहले भिगोकर, पहाड़ी मसालों के साथ मिलाकर तैयार किए गए ये पकोड़े कुरकुरेपन और पौष्टिकता दोनों का बेहतरीन मेल होते हैं.
गढ़वाल और कुमाऊं दोनों क्षेत्रों में उड़द दाल के पकोड़े मेहमान नवाजी की पहचान माने जाते हैं. पूजा-पाठ, शादी, नामकरण या किसी भी विशेष आयोजन में इनका बनना परंपरा का हिस्सा होता है. बड़े सामूहिक भोजों में भी इन्हें प्रसाद के रूप में बांटा जाता है. यह सिर्फ खाने की चीज नहीं, बल्कि पहाड़ी संस्कृति में अपनत्व और एकजुटता का प्रतीक हैं.
कैसे दिखते हैं और क्यों हैं खास
आमतौर पर उड़द दाल के पकोड़े हल्के चपटे आकार के होते हैं. कई बार इनके बीच में एक छोटा छेद भी किया जाता है ताकि ये अंदर तक अच्छी तरह पक सकें और बाहर से कुरकुरे बने रहें. दाल को दरदरा पीसकर और फेंटकर तैयार करने की विधि इन्हें बाहर से क्रिस्पी और अंदर से मुलायम बनाती है. हींग, जीरा और अदरक जैसे मसालों का इस्तेमाल इन्हें स्वादिष्ट और पाचन के लिए भी फायदेमंद बनाता है.
उड़द दाल के पकोड़े बनाने के लिए सामग्री
इन पारंपरिक पकोड़ों को बनाने के लिए आपको चाहिए — काली उड़द दाल, बारीक कटा हुआ अदरक (1 इंच टुकड़ा), बारीक कटी हरी मिर्च, 1/4 चम्मच हींग, 1 चम्मच जीरा, बारीक कटा हरा धनिया, नमक स्वादानुसार और तलने के लिए तेल. चाहें तो स्वाद बढ़ाने के लिए सफेद या काला तिल भी मिला सकते हैं.
उड़द दाल के पकोड़े बनाने की विधि
सबसे पहले उड़द की दाल को अच्छी तरह धोकर 8 से 10 घंटे या रात भर के लिए पानी में भिगो दें. अगर छिलके वाली दाल का इस्तेमाल कर रहे हैं तो भिगोने के बाद हाथों से मसलकर छिलका निकाल दें. फिर दाल का अतिरिक्त पानी निकालकर कम पानी में दरदरा पीस लें. ध्यान रखें पेस्ट न तो बहुत बारीक हो और न ही पतला.
अब इस पेस्ट को एक बड़े बर्तन में निकालें और लगभग 8 से 10 मिनट तक अच्छी तरह फेंटें ताकि मिश्रण हल्का और फूला हुआ हो जाए. एक कड़ाही में तेल गर्म करें. अब गीले हाथों से थोड़ा-थोड़ा मिश्रण लें, गोल आकार दें और अंगूठे से बीच में हल्का छेद करें. पकौड़ों को मध्यम आंच पर सुनहरा और क्रिस्पी होने तक तलें. इन्हें गरमा-गरम अपनी पसंद की चटनी या दही के साथ परोसें.
सेहत और स्वाद दोनों में बेहतरीन
उड़द की दाल को प्रोटीन का खज़ाना कहा जाता है. ये पकोड़े स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहतमंद भी हैं. इनमें मौजूद मसाले पाचन में मदद करते हैं और ठंडे मौसम में शरीर को गर्माहट देते हैं. यही वजह है कि ये व्यंजन हर घर की रसोई और हर पर्व का जरूरी हिस्सा माने जाते हैं.
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/recipe-traditional-urad-dal-pakode-recipe-pahadi-food-culture-and-health-benefits-local18-9791329.html
