Home Lifestyle Health इस तेल के आगे महंगे मॉइस्चराइजर भी फेल! दर्द का मिटा देगा...

इस तेल के आगे महंगे मॉइस्चराइजर भी फेल! दर्द का मिटा देगा नामोनिशान, जानिए शीत ऋतु में लगाने अनगिनत फायदे

0


Last Updated:

जैतून का तेल और बाकी प्राकृतिक तेलों के अपने-अपने फायदे होते हैं. सर्दियों में तेल अभ्यंग करना बहुत अच्छा होता है, लेकिन बहुत कम ही लोग जानते हैं कि सर्दियों में किस तेल का इस्तेमाल ज्यादा लाभकारी होता है. जानिए इसके कई और सेहत लाभ-

ख़बरें फटाफट

तिल के तेल के सामने महंगे मॉइस्चराइजर भी फेल, शीत ऋतु में लगाने से मिलेंगे अनगिनत लाभ. (AI)

जैतून का तेल और बाकी प्राकृतिक तेलों के अपने-अपने फायदे होते हैं. सर्दियों में तेल अभ्यंग करना बहुत अच्छा होता है, लेकिन बहुत कम ही लोग जानते हैं कि सर्दियों में किस तेल का इस्तेमाल ज्यादा लाभकारी होता है. आयुर्वेद में तिल के तेल को सर्दियों में सबसे ज्यादा गुणकारी बताया गया है, जो त्वचा को संरक्षण देने के साथ-साथ जोड़ों के दर्द में भी काम देता है. अब सवाल है कि आखिर तिल के तेल के फायदे क्या हैं? इस तेल का इस्तेमाल करने से क्या होंगे फायदे? इस तेल का क्या है आयुर्वेद प्रभाव? आइए जानते हैं विस्तार से-

तिल के तेल के फायदे

तिल का तेल सिर्फ एक तेल नहीं, बल्कि सर्दियों का नेचुरल बॉडी कवच है. यह शरीर को सुरक्षित रखने के साथ-साथ शरीर को गर्म रखता है, स्किन को पोषित करके उसे जवां बनाए रखने में मदद करता है. साथ ही, मांसपेशियों और जोड़ों में होने वाले दर्द से भी राहत देता है. आयुर्वेद में माना गया है कि तिल का तेल सर्दियों में बढ़ने वाले वात को कम करता है, जिससे गठिया, जोड़ों में दर्द और नींद न आने की परेशानी होती है. ऐसे में अगर तिल के तेल से अभ्यंग किया जाए तो इन सभी परेशानियों से राहत मिल सकती है.

तिल के तेल का आयुर्वेदिक प्रभाव

आयुर्वेद में माना गया है कि तिल का तेल इतना प्रभावशाली होता है कि जैसे ही इसे त्वचा पर लगाया जाता है, तो त्वचा की सात परतों को पार करके अंदर तक अपना असर दिखाता है. इसमें भरपूर मात्रा में सेसामोल, सेलमिन और विटामिन ई होता है, जो प्राकृतिक रूप से त्वचा को पोषण देता है. इससे त्वचा का रूखापन, झुर्रियां और सर्दियों में त्वचा पर पड़ने वाली दरारें कम होती हैं. सेसामोल और सेलमिन मिलकर त्वचा को अंदर से पोषण देते हैं.

अबटन में क्यों यूज होता है तिल का तेल

भारतीय संस्कृति में सालों से उबटन में तिल के तेल का इस्तेमाल होता आया है, क्योंकि ये धूप में मौजूद यूवी किरणों से भी बचाता है. ये हमारे शरीर पर सनस्क्रीन की तरह काम करता है. इसके प्रयोग से त्वचा पर एक पतली लेयर बन जाती है. ये लेयर 24 घंटे तक शरीर पर बनी रहती है और त्वचा की रक्षा करती है. ऐसी क्षमता न तो नारियल के तेल में होती है और न ही जैतून के तेल में. तिल के तेल का प्रयोग हड्डियों को मजबूती देता है. जोड़ों के दर्द और गठिया की परेशानी सर्दियों में ज्यादा बढ़ जाती है. ऐसे में सुबह-शाम तिल के तेल से अभ्यंग लाभकारी होता है.

Lalit Kumar

ललित कुमार को पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 साल से अधिक का अनुभव है. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत प्रिंट मीडिया से की थी. इस दौरान वे मेडिकल, एजुकेशन और महिलाओं से जुड़े मुद्दों को कवर किया करते थे. पत्रकारिता क…और पढ़ें

ललित कुमार को पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 साल से अधिक का अनुभव है. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत प्रिंट मीडिया से की थी. इस दौरान वे मेडिकल, एजुकेशन और महिलाओं से जुड़े मुद्दों को कवर किया करते थे. पत्रकारिता क… और पढ़ें

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homelifestyle

इस तेल के आगे महंगे मॉइस्चराइजर भी फेल! जड़ से मिटा देगा दर्द, जानिए कई फायदे


.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.

https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-amazing-health-benefits-of-til-ka-tel-in-winter-ayurvedic-benefits-for-skin-and-joints-ws-kl-9881658.html

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version