Last Updated:
Best Medicinal Plants: जराकुश और तुलसी दोनों ही ऐसे पौधे हैं. जिन्हें हम आसानी से अपने घर में उगा सकते हैं. ये ना केवल बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं, बल्कि लंबे समय तक शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में भी सहायक हैं. वैद्य जमुना प्रसाद का मानना है कि अगर लोग इन पौधों का नियमित और सही प्रयोग करें तो छोटी-छोटी बीमारियों के लिए दवाइयों पर निर्भरता कम हो सकती है.
हमारे आसपास उगने वाले पौधे सिर्फ हरियाली ही नहीं, बल्कि सेहत के लिए भी खजाना हैं. ऐसे ही दो पौधे हैं. जराकुश और तुलसी. अगर इनका सही तरीके से प्रयोग किया जाए तो कई बीमारियों से बचाव संभव है.
Bharat.one से बातचीत के दौरान दीनदयाल शोध संस्थान के रामनाथ आरोग्य धाम जयप्रभाग्राम के वैद्य जमुना प्रसाद बताते हैं कि जराकुश में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो पेट की बीमारियों और खांसी-जुकाम में राहत देते हैं. वहीं तुलसी को तो आयुर्वेद में रामबाण माना गया है. यह बुखार, सर्दी-जुकाम, सांस की तकलीफ और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करती है.
जराकुश के फायदे: जराकुश एक औषधीय पौधा है, जिसमें प्राकृतिक रूप से कई तरह के तत्व पाए जाते हैं. वैद्य जमुना प्रसाद के अनुसार यह खासकर पेट की बीमारियों में असरदार माना जाता है. गैस, अपच, कब्ज जैसी दिक्कतों में जराकुश का काढ़ा पीना फायदेमंद रहता है. इसके अलावा, यह खांसी-जुकाम में भी राहत पहुंचाता है.
जराकुश को सुखाकर इसका चूर्ण बनाकर पानी के साथ लेने से पेट की सफाई होती है और शरीर हल्का महसूस करता है. वहीं, सर्दी-जुकाम या गले में खराश होने पर जराकुश की पत्तियों को उबालकर भाप लेना भी उपयोगी साबित होता है.
तुलसी के फायदे: तुलसी को आयुर्वेद में रामबाण औषधि माना गया है. भारतीय घरों में तुलसी का पौधा पूजा के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी लगाया जाता है. तुलसी की पत्तियों का नियमित सेवन करने से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे व्यक्ति मौसमी बीमारियों से आसानी से लड़ पाता है.
वैद्य जमुना प्रसाद बताते हैं कि तुलसी के काढ़े का सेवन करने से सर्दी-जुकाम, खांसी और बुखार में राहत मिलती है. जिन लोगों को सांस लेने में दिक्कत होती है, उनके लिए भी तुलसी बेहद उपयोगी है. यह श्वसन तंत्र को मजबूत बनाती है और सांस की तकलीफ को कम करने में मदद करती है. इसके अलावा, तुलसी पाचन तंत्र को दुरुस्त रखती है और शरीर से विषैले तत्व बाहर निकालने में मदद करती है. यही कारण है कि तुलसी की पत्तियों को अक्सर चाय में डालकर पीने की सलाह दी जाती है.
सेहत के लिए घरेलू नुस्खे: जराकुश और तुलसी की पत्तियों का काढ़ा बनाकर दिन में एक बार पीने से मौसमी बीमारियों से बचाव हो सकता है. तुलसी की 4-5 पत्तियां रोज सुबह खाली पेट चबाने से रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. जराकुश का चूर्ण हल्के गुनगुने पानी के साथ लेने से पेट साफ रहता है और पाचन अच्छा होता है. सर्दी-जुकाम में तुलसी और अदरक की चाय पीना भी बहुत फायदेमंद है.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/photogallery/lifestyle/health-these-medicinal-plants-can-be-grown-at-home-local18-9667737.html