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Doctors Handwritting Issue: पटना के कई युवाओं ने Bharat.one के जरिए डॉक्टरों से साफ सुथरी हैंडराइटिंग में पर्ची लिखने का अनुरोध किया है. उन्होंने इसके कई फायदे भी गिनाएं. आइये इसके बारे में जानते हैं
हाइकोर्ट के इस ऐतिहासिक फैसले के बाद बिहार में भी इस तरह का निर्देश जारी करने की मांग उठने लगी है. पटना के कई युवाओं ने Bharat.one के जरिए डॉक्टरों से साफ सुथरी डराइटिंग में पर्ची लिखने का अनुरोध किया है. उन्होंने इसके कई फायदे भी गिनाए हैं.
आशीष कुमार ने कहा कि हाई कोर्ट के इस फैसले का स्वागत किया जाना चाहिए. डॉक्टरों की हैंडराइटिंग के कारण मरीजों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. अक्सर समझ ही नहीं आता कि डॉक्टर ने पर्ची में क्या लिखा है और कौन-सी दवाई दी है. पर्ची को सिर्फ वही दुकानदार पढ़ पाता है, जो डॉक्टर से कनेक्टेड होता है. अगर मरीज उस पर्ची को लेकर किसी दूसरी दुकान पर जाता है, तो दुकानदार यह कह देता है कि उसे समझ नहीं आ रहा कि इसमें क्या लिखा है. ऐसी हालात में मरीजों को मजबूरी में उसी दुकान से दवाई खरीदनी पड़ती है. जहां दाम भी अधिक वसूले जाते हैं.
कमीशन का खेल है रगड़कर कर लिखना
कभी-कभी गलत दवा दे देते हैं मेडिकल वाले
ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं, डिस्काउंट भी मिलेगा
मनोज ने कहा कि हम लोग स्टूडेंट हैं, बायोलॉजी पढ़ते हैं, लेकिन डॉक्टर साहब क्या लिखते हैं, समझ ही नहीं आता है. अगर वो क्लियर लिखेंगे तो हमलोग ऑनलाइन भी दवाई को खरीद सकते हैं. दुकानदारों की मनचाही रेट से राहत मिलेगी. ऑनलाइन खरीदने पर कई तरह का डिस्काउंट भी मिल जाता है, लेकिन पढ़ा ही नहीं जाता तो कैसे कोई जान पायेगा.
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-bihar-doctors-should-write-prescription-good-hand-writting-with-capital-letters-panjab-highcourt-order-local18-ws-kl-9571228.html