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पीरियड्स बंद होने के बाद इस गंभीर बीमारी का जोखिम! शिकंजे में 45 से 50 साल की महिलाएं अधिक, जानें कारण और बचाव

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मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को ब्रेन फॉग की समस्या हो सकती है, जिसमें याददाश्त की कमी, थकान और मानसिक समस्याएं शामिल हैं. इसका मुख्य कारण एस्ट्रोजन हॉर्मोन का स्तर कम होना है.

पीरियड्स बंद होने के बाद इस बीमारी का जोखिम! शिकंजे में 45 से 50 साल की फीमेल

मेनोपॉज में महिलाओं को क्यों हो जाता है ब्रेन फॉग? डॉक्टर से जानिए.

हाइलाइट्स

  • मेनोपॉज के दौरान ब्रेन फॉग की समस्या हो सकती है.
  • ब्रेन फॉग का मुख्य कारण एस्ट्रोजन हॉर्मोन का स्तर कम होना है.
  • ब्रेन फॉग के इलाज के लिए हॉर्मोन थेरेपी का सहारा लिया जा सकता है.

Brain Fog In Menopause: किसी भी महिला के अच्छे स्वास्थ्य की पहचान है पीरिड्स यानी मासिक धर्म. एक उम्र के बाद हर महिला को इस दौर से गुरजरना पड़ता है. वहीं, जब पीरियड्स आने बंद हो जाते हैं उस स्थिति को मेनोपॉज कहा जाता है. मेनोपॉज का मतलब है कि महिला में मां बनने की क्षमता खत्म हो चुकी है. सामान्य रूप से महिलाओं में मेनोपॉज की समस्या 45 साल से 50 साल के बीच होती है. मेनोपॉज के पहले और बाद में तमाम तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है. ब्रेन फॉग (Brain Fog) ऐसी ही समस्याओं में से एक है. अब सवाल है कि आखिर मेनोपॉज के दौरान ब्रेन फॉग क्या है? क्या है इस परेशानी का कारण? ब्रेन फॉग की शिकार महिलाओं को क्या होती परेशानी? मेनोपॉज में ब्रेन फॉग के क्या है लक्षण और कैसे होता उपचार? इस बारे में Bharat.one को बता रही हैं राजकीय मेडिकल कॉलेज कन्नौज की सीनियर गायनेकोलॉजिस्ट एवं सर्जन डॉ. शशि शुक्ला-

मेनोपॉज में क्या है ब्रेन फॉग?

मेनोपॉज के कारण महिलाओं को चीजों को भूलने या याददाश्त से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं. इस स्थिति को ही ब्रेन फॉग कहा जाता है. इस बीमारी से शिकार महिलाओं को ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होती हैं और मानसिक समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है.

डॉक्टर से जानिए मेनोपॉज में क्या है ब्रेन फॉग.

ब्रेन फॉग कब और क्यों होती है?

आमतौर पर 45 साल से 50 साल के बीच की महिलाओं को ब्रेन फॉग की समस्या होती है. डॉक्टर की मानें तो, ब्रेन फॉग की शिकार महिलाओं को याददाश्त से जुड़ी परेशानियां होती हैं. ऐसी स्थिति में उन्हें सिरदर्द, थकान और मानसिक चेतना की हानि जैसे लक्षण दिख सकते हैं. मेनोपॉज के कारण ब्रेन फॉग या याददाश्त से जुड़ी समस्याएं अक्सर एस्ट्रोजन हॉर्मोन के स्तर में गिरावट के कारण हो सकती है.

ब्रेन फॉग का मुख्य कारण

प्रीमेनोपॉज वह समय है जब महिलाओं के पीरियड्स के अंतिम दिन चल रहे होते हैं. ऐसी स्थिति में एस्ट्रोजन हॉर्मोन का स्तर कम होना शुरू हो जाता है. दिमाग में मौजूद एस्ट्रोजन रिसेप्टर्स एस्ट्रोजन के कम होने पर ब्रेन काम करना बंद करने लगता है. इससे याददाश्त की कमी और चेतना की हानि का कारण बनती हैं. हालांकि यह समस्या कुछ समय बाद समाप्त हो जाती है.

मेनोपॉज से पहले ब्रेन फॉग के लक्षण

याददाश्त की कमी.
हर बात भूल जाना.
फोकस न कर पाना.
चीजों को समझने में परेशानी.
चिड़चिड़ापन.
हमेशा थकान महसूस करना.
भ्रम की स्थिति में रहना.
कोई भी निर्णय लेने में दिक्कत.

ब्रेन फॉग का इलाज

एक्सपर्ट के मुताबिक, महिलाओं में मेनोपॉज के कारण होने वाली ब्रेन फॉग की समस्या में इलाज के लिए चिकित्सक हॉर्मोन थेरेपी आदि का सहारा लेते हैं. जिन महिलाओं में यह समस्या गंभीर रूप से होती है उन्हें एस्ट्रोजन भी दिया जा सकता है. एस्ट्रोजन आपको हॉर्मोन बदलाव के दौरान मदद करते हैं. जिन महिलाओं में इसके कारण समस्याएं होती हैं उन्हें चिकित्सक लक्षण के आधार कुछ थेरेपी और दवाएं देते हैं.

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पीरियड्स बंद होने के बाद इस बीमारी का जोखिम! शिकंजे में 45 से 50 साल की फीमेल


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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/women-special-brain-fog-during-menopause-in-women-know-causes-symptoms-treatment-in-hindi-as-per-doctor-shashi-shukla-9127159.html

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