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Mulberry Health Benefits: शहतूत का पौधा औषधीय गुणों से भरपूर है. डॉ. सौरभ के अनुसार, यह पाचन तंत्र, पेट की समस्याओं, मुंह के छालों और दाद में राहत देता है. शहतूत का फल, पत्ते और छाल सभी उपयोगी हैं.
Bharat.one Basti
हाइलाइट्स
- शहतूत का पौधा औषधीय गुणों से भरपूर है.
- शहतूत पेट की समस्याओं में राहत देता है.
- मुंह के छालों और दाद में भी शहतूत उपयोगी है.
बस्ती:- हमारे परिक्षेत्र में पाए जाने वाले कई पौधे औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं, जिनमें से शहतूत का भी पौधा एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है. शहतूत का फल न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी होता है. राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय रघुनाथपुर बस्ती के चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सौरभ (BAMS- MS , अमृता विश्वविद्यापीठम यूनिवर्सिटी केरल) Bharat.one से बातचीत में बताते हैं कि शहतूत मधुररस, कसायरस होता है. इसमें शीतलता और पित्तशामक गुण पाए जाते हैं, जो पेट और पाचन तंत्र से संबंधित कई समस्याओं में राहत दिलाते हैं. शहतूत एक अद्भुत औषधीय पौधा है, जिसके सेवन से कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं. इसके फल, पत्ते और छाल सभी का उपयोग स्वास्थ्य लाभ के लिए किया जा सकता है. आयुर्वेद में यह पौधा पाचन तंत्र को सुधारने, पेट की समस्याओं से राहत देने और अन्य शारीरिक विकारों को ठीक करने में सहायक होता है.
पेट की समस्याओं में राहत
डॉ. सौरभ बताते हैं कि शहतूत का फल पित्तशामक होता है और यह जलन से संबंधित समस्याओं जैसे पेट में जलन, गले में जलन, मूत्र में जलन और पेट में कब्जियत में काफी लाभकारी होता है. इसके सेवन से गैस्ट्राइटिस, गैस्ट्रिक अल्सर और पाचन संबंधित विकारों में भी काफी राहत मिलती है.
पेट के कीड़े निकालने में मददगार
शहतूत के छाल का भी आयुर्वेद में महत्वपूर्ण उपयोग किया जाता है. इसके छाल को उबालकर पीने से पेट के कीड़े बाहर निकल सकते हैं. यह उपाय बच्चों और बड़ों दोनों के लिए फायदेमंद साबित होता है. शहतूत का यह उपयोग पेट की समस्याओं से निजात दिलाने के लिए प्राचीन समय से ही किया जा रहा है.
मुंह के छालों में भी राहत
शहतूत के पत्तों का काढ़ा मुंह के छालों के इलाज में सहायक होता है. यदि मुंह में छाले हो जाएं तो शहतूत के पत्तों का काढ़ा दिन में दो से तीन बार गलाना करने से छाले जल्दी ठीक हो जाते हैं. इसके अलावा, शहतूत का फल भी किसी भी समय खाया जा सकता है, और इसके सेवन से भी मुंह के छालों में राहत मिलती है.
दाद के लिए है फायदेमंद
डॉ सौरभ बताते हैं कि दाद से पीड़ित लोगों को इसका उपयोग अवश्य करना चाहिए. इसके छाल का पाउडर में नींबू मिलकर लगातार जहां दाद हुआ है वहां लगाने से काफी फायदा मिलता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Bharat.one किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
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