बचपन से फल खाने पर जोर दिया जाता है. फल स्वस्थ रहने का गुरुमंत्र हैं. यह नैचुरल फूड है जिसे खाकर बॉडी को तुरंत एनर्जी मिलती है. कई बीमारियों को नियंत्रित करने के लिए फलों को ही दवा बताया गया है. फल हर किसी को खाने चाहिए लेकिन उम्र, और शरीर के हिसाब से इनकी मात्रा अलग-अलग हो सकती है. वजन के हिसाब से भी अलग-अलग फल खाने चाहिए. फलों को खाने का एक नियम है लेकिन लोग इन्हें हेल्दी समझकर कभी भी खा लेते हैं जो गलत है.
सेहतमंद रहने का फार्मूला
डायटीशियन सतनाम कौर कहती हैं कि रोज फल खाने से इम्यूनिटी मजबूत होती है और कई बीमारियां दूर रहती हैं. इससे पाचन क्रिया भी सुधरती है. वजन नियंत्रित रहता है, ब्लड शुगर नहीं बढ़ती, दिल भी दुरुस्त रहता है. फल खाने के यह सब फायदे उन्हीं लोगों को होते हैं जिन्हें कोई बीमारी नहीं है. फलों में फाइबर होते हैं जो पाचन को अच्छा रखते हैं और एंजाइम प्रोटीन को ऊर्जा में बदलते हैं जिससे बॉडी हमेशा एनर्जी से भरी रहती है. इनमें कैलोरीज बेहद कम होती हैं और फैट नहीं होता जिससे ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है. फलों में पानी की मात्रा भी ज्यादा होती है जिससे बॉडी डिहाइड्रेशन का शिकार नहीं होती और स्किन पर ग्लो दिखता है.
महिला पुरुषों को कितने खाने चाहिए फल
यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर के अनुसार फलों को हाइट, वेट, उम्र, फिजिकल एक्टिविटी और हेल्थ कंडीशन के हिसाब से खाना चाहिए. एक स्वस्थ महिला को दिन में 1.5 से 2 कप फल खाने चाहिए. वहीं, पुरुष 2 से 2.5 कप फल एक दिन में ले सकते हैं. जो लोग 60 साल से ज्यादा हैं और कोई बीमारी नहीं है तो उनके लिए 2 कप फल काफी है.
बाजार में बिकने वाले कटे हुए फल बुखार या पेट का इंफेक्शन कर सकते हैं (Image-Canva)
वजन घटाना है या बढ़ाना तो ऐसे खाएं फल
जिन लोगों को वजन कम करना है, उन्हें दिन में 1 ही फल खाना चाहिए. यानी फल में 50 से 70 कैलोरी होनी चाहिए. ऐसे लोगों को आम, सेब, केला, चीकू, अंगूर जैसे मीठे फल खाने से बचना चाहिए. वहीं जिन लोगों को वजन बढ़ाना है, वह 1 से ज्यादा फल खा सकते हैं. दरअसल फलों में नेचुरल शुगर होती है. यह शुगर अगर बर्न ना हो तो फैट्स में बदल जाती है जिससे वजन बढ़ने लगता है.
डायबिटीज वाले संभल कर खाएं
जो लोग डायबिटीज के मरीज हैं, उनके चुनिंदा फल ही खाने चाहिए क्योंकि इनमें शुगर होती है जिससे ब्लड शुगर का लेवल तुरंत बढ़ सकता है. इस बीमारी से जूझ रहे मरीज सेब, नाशपाती, अनार, अमरूद, चेरी, स्ट्रॉबेरी, संतरा, जामुन और ड्रैगन फ्रूट खा सकते हैं. इन्हें अंगूर, केला, पपीता, चीकू और आम नहीं खाना चाहिए.
किडनी के मरीज ध्यान दें
जो लोग किडनी की बीमारी से जूझ रहे होते हैं, उन्हें पोटेशियम वाले फल नहीं खाने चाहिए. ऐसे लोगों के लिए केला, संतरा, खजूर, खुबानी, तरबूज, खरबूजा, पपीता, कीवी, आम, अनार और मौसमी ठीक नहीं है. ऐसे लोगों को जूस भी नहीं पीना चाहिए. इससे उनका क्रिएटिनिन बढ़ सकता है. किडनी के मरीज सेब ही खा सकते हैं.
खाली पेट ना खाएं फल
फल को खाने के कुछ नियम होते हैं. फल को कभी खाली पेट नहीं खाना चाहिए. ऐसा करने से एसिडिटी हो सकती है. इन्हें नाश्ते के बाद करीब 12 बजे खाना चाहिए. ऐसा करने से इनमें मौजूद पोषक तत्व शरीर में एब्जॉर्ब होते हैं. इन्हें शाम को नहीं खाना चाहिए क्योंकि इस समय हमारी बॉडी का मेटाबॉलिक रेट कम हो जाता है जिससे फैट बर्न नहीं हो पाता और इसमें मौजूद शुगर फैट में बदलकर बॉडी में स्टोर हो जाती है और वजन बढ़ जाता है. कई बार इन्हें पचाने में भी दिक्कत आती है.
लूज मोशन में केला खाना फायदेमंद रहता है (Image-Canva)
ज्यादा फल खाने से डायरिया
मेडिकल न्यूज टुडे के अनुसार फलों में शुगर और फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है. ज्यादा फल खाने से फाइबर भी बढ़ जाता है जिससे कई बार लोग डायरिया का शिकार हो जाते हैं. फलों को हमेशा संतुलित मात्रा में खाना चाहिए. साथ ही कभी भी बाजार में बिक रहे कटे हुए फल नहीं खाने चाहिए. कुछ लोग ऑफिस में कटे हुए फल ले जाते हैं. यह बैक्टीरिया को पनपने का मौका देते हैं और फलों के पोषण तत्व खत्म हो जाते हैं. फलों को तुरंत काटकर खाना चाहिए.
इन्हें खाने का सही तरीका
कुछ लोग फलों पर चाट मसाला डालते हैं. ऐसा नहीं करना चाहिए. इससे शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ सकती है. इसके अलावा कुछ लोग सब्जी, रोटी और चावल के साथ फल खाना पसंद करते हैं. यह भी गलत है. रोटी या चावल में कार्बोहाइड्रेट होता है. जबकि फलों में फाइबर होता है. इसके अलावा एक पक्का हुआ खाना होता है और एक कच्चा. ऐसे में पाचन क्रिया प्रभावित हो जाती है. फलों को हमेशा खाने से 1 या 2 घंटा पहले खाना चाहिए. एक्सरसाइज से पहले 1 सेब खा सकते हैं. कुछ लोग मिक्स फ्रूट चाट खाना पसंद करते हैं. यह भी गलत है. एक समय पर एक ही फल खाना चाहिए. वहीं फलों को दूध के साथ खाना या शेक पीना सेहत के लिए नुकसानदायक है. इससे पेट खराब, ब्लोटिंग या गैस की समस्या हो सकती है. फलों को ऐसे ही खाएं, उनका जूस ना पिएं.
FIRST PUBLISHED : December 29, 2024, 12:30 IST
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