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Lal Bhaji ke Fayde: छत्तीसगढ़ के सरगुजा में सदियों से लाल भाजी उगाई और बनाई जाती है. कई लोगों का तो ये भी कहना है कि ये उनके पारंपरिक भोजन का अहम हिस्सा है, जो स्वाद के साथ साथ किसानों के लिए भी मुनाफे का सौदा है.
छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में ज्यादातर आदिवासी समाज निवास करता है ,ऐसे में लाल भाजी उनकी संस्कृति, लोक भोजन, पारंपरिक खेती का अहम हिस्सा है सरगुजा के आदिवासी इलाके में प्रचलित पारंपरिक खेती लाल भाजी की खेती. हर मौसम में की जा सकती है और एक बार अगर गोबर खाद डाल दिया जाए तो फसल अच्छा होता है. ऐसे में ये पारंपरिक खेती लाल भाजी खाने में तो खूब स्वादिष्ट होता ही हैं, साथ ही शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होती है. शरीर में खून की मात्रा को बढ़ाता है और आदिवासी समाज पीढ़ियों से इस लाल भाजी कि खेती को आहार बनाए हुए है.
चमन लकड़ा ने लोकल 18से बातचीत में बताया कि लाल भाजी साग-सब्जी के रूप में बहुत स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है. इसे गोबर की खाद लगाकर उगाया जाता है. कुछ किसान इसे सूकटी यानी सूखी भाजी के रूप में भी इस्तेमाल करते हैं. कई ग्रामीण इसे सिर्फ अपने उपयोग के लिए लगाते हैं, जबकि कुछ किसान बाजार में बेचते भी हैं. लाल भाजी की सबसे खास बात यह है कि इसे साल भर किसी भी मौसम में लगाया जा सकता है. चमन लकड़ा कहते हैं कि हम लोग तो बचपन से ही लाल भाजी खाते आ रहे हैं, जो खाने में बेहद स्वादिष्ट लगती है.
पूर्वजों से चली आ रही खेती शरीर के लिए बड़ा लाभदायक जानिए….
आशीष कुजूर ने Bharat.one से बातचीत में बताया हैं कि उनके पूर्वजों के समय से ही लाल भाजी की खेती होती आ रही है. आदिवासी समाज में इसे अत्यंत उपयोगी माना जाता है, क्योंकि यह शरीर में खून बढ़ाती है और ताकत देती है. सरगुजा क्षेत्र में लाल भाजी की खेती पारंपरिक तरीके से की जाती है, जिसमें रासायनिक खाद की जगह गोबर की खाद का उपयोग किया जाता है. कुजूर कहते हैं कि गोबर की खाद से फसल बेहतर होती है और स्वाद भी बढ़ता है. जहां पानी की सुविधा होती है, वहां किसान छोटे-छोटे डब्बे बनाकर इसकी खेती करते हैं. इसके बीज कृषि सेवा केंद्र से लाने पड़ते हैं.
हर घर की पसंद है लाल भाजी
लाल भाजी को आलू के साथ पकाने पर इसका स्वाद और बढ़ जाता है, लेकिन केवल लाल भाजी की सब्जी शरीर के लिए सबसे ज्यादा लाभदायक मानी जाती है. यह न केवल खून बढ़ाती है बल्कि शरीर को ताकत भी देती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि लाल भाजी सिर्फ सब्जी नहीं, बल्कि सेहत का खज़ाना है.
Shweta Singh, currently working with News18MPCG (Digital), has been crafting impactful stories in digital journalism for more than two years. From hyperlocal issues to politics, crime, astrology, and lifestyle,…और पढ़ें
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Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Bharat.one किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
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