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Health Tips: रांची में डॉक्टर जेके मित्रा ने पैरों में झनझनाहट के कारण डायबिटीज, नस दबना और पोषक तत्वों की कमी बताए. व्यायाम, वॉकिंग, मालिश और पानी पीना फायदेमंद है.आइये इसके घरेलू इलाज के बार में जानते हैं.
रांची: कई बार देखा गया है कि पैरों में तेज झनझनाहट होती है या पैर पूरी तरह सुन पड़ जाते हैं और लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं. यह कई बार गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है. लंबे समय तक एक ही जगह बैठने पर भी पैरों में झनझनाहट हो सकती है. ऐसे में आपको अपनी लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करने होंगे.
जानें समस्या के कारण
रिम्स के डॉक्टर जेके मित्रा बताते हैं कि ऐसा तब होता है जब नस दबी होती है, डायबिटीज होती है. पोषक तत्वों की कमी होती है या किसी मेडिसिन का साइड इफेक्ट होता है. इस लक्षण को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
इन चीजों को करें फॉलो
1. अगर ये समस्याएं नहीं हैं, तो पैरों का व्यायाम करें. सबसे अच्छा वॉकिंग है. अगर आप हर दिन एक घंटा वॉकिंग करते हैं तो बहुत आराम मिलेगा.
2. सबसे पहले अपना शुगर टेस्ट कराएं. अगर शुगर नॉर्मल है और आप लंबे समय से एक ही जगह बैठते हैं, तो हर आधे घंटे में 2 मिनट के लिए टहलें.
3. समय-समय पर पैरों की मालिश करें. ब्लड सर्कुलेशन ठीक से नहीं होने पर भी झनझनाहट होती है. मालिश फायदेमंद होती है.
4. पैरों का कुछ व्यायाम करें जैसे उठक बैठक या बटरफ्लाई. पैरों का मूवमेंट अधिक हो, ऐसा व्यायाम दिनचर्या में 15 मिनट शामिल करें.
5. अधिक पानी पिएं, कम से कम तीन से चार लीटर हर दिन. पानी की कमी से भी झनझनाहट होती है, यह डिहाइड्रेशन का लक्षण है.
6. बहुत देर तक एक ही जगह न बैठें और पैर दबाकर न बैठें. अपना पोस्चर सही रखें. इससे आपको बहुत राहत मिलेगी.
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